इंदौर। सिमरोल (Simrol) स्थित बीएम कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा ( BM College, Principal Vimukta Sharma) ने पांच दिनों तक मौत (Death) से संघर्ष के बाद अंतत: आज सुबह 5 बजे अपने प्राण त्याग दिए। उन्हें पांच दिन पहले एक छात्र आशुतोष श्रीवास्तव (Ashutosh Srivastava) ने कॉलेज में घुसकर पेट्रोल (Petrol) डालकर जिंदा जला दिया था।
इस लोमहर्षक घटना (Hilarious incident) से कांपा शहर पांच दिनों तक प्राचार्या की जिंदगी की दुआ करता रहा, लेकिन काल ने आज सुबह उनका जीवन हर लिया। 20 फरवरी की शाम प्राचार्या विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल डालकर जलाया गया था, इसके बाद से वे मौत से संघर्ष कर रहीं थी, लेकिन पांच दिनों के 120 घंटों तक संघर्ष के बाद प्राचार्या ने चोईथराम अस्पताल की बर्न यूनिट में दम तोड़ दिया। उनकी मृत्यु का समाचार मिलते ही शहर में जहां आक्रोश व्याप्त है, वहीं शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार उनकी अंतिम यात्रा आज दोपहर चितावद से रिजनल पार्क जाएगी।
बेटी ने कहा- मैंने मां को खोया है मुझे न्याय चाहिए
सुबह जैसे ही विमुक्ता शर्मा ने अंतिम सांस ली। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अस्तपाल में आईजी को बेटी देवांशी ने रोते हुए कहा कि मैंने तो अपनी मां को खो दिया है, मुझे न्याय चाहिए। आरोपी को ऐसी सजा मिले कि वह लोगों के लिए मिसाल बने और कोई अपनों को न खोए।
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