नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज यानि रविवार सुबह ‘जनऔषधि दिवस’ समारोह को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री शिलांग स्थित नॉर्थ ईस्टर्न इंदिरा गांधी रिजनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एंड मेडिकल साइंस में बने 7500वें ‘जनऔषधि केंद्र’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
इस दौरान प्रधानमंत्री (Prime Minister Narendra Modi) वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से भारतीय जनऔषधि परियोजना के लाभार्थियों से बातचीत करेंगे और हितधारकों को उनके अच्छे कार्यों के लिए सम्मानित भी करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री उपस्थित रहेंगे।
जनऔषधि केंद्रों के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देने के लिए 1 मार्च से 7 मार्च तक जनऔषधि सप्ताह मनाया जा रहा है। इसके लिए ‘जन औषधि – सेवा भी, रोजगार भी’ का नारा दिया गया है। सप्ताह के आखिरी दिन यानी 7 मार्च को जन औषधि दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
उत्तम गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये जन औषधि दिवस सप्ताह-2021 समारोह का आज छठा दिन था। जन औषधि दिवस सप्ताह 2021 का उत्सव कल 7 मार्च को समाप्त होगा।
जन औषधि दिवस सप्ताह- 2021 पूरे देश में 7400 से अधिक प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्रों के माध्यम से मनाया जा रहा है। आज इससे जुड़ी गतिविधियों के तहत मोटर साइकिल रैली, पदयात्रा और मानव श्रृंखला जैसी गतिविधियां देशभर में जन आयुषी मित्र और जन आयुषी केंद्र मालिकों की बीपीपीआई टीम द्वारा आयोजित की गईं। इन आयोजनों के माध्यम से, जनता को जेनेरिक दवाओं की प्रभावकारिता और शक्ति के बारे में बताया गया, जो जन औषधि केंद्रों में बहुत कम कीमतों पर बेची जा रही हैं, इस प्रकार जेनेरिक दवाओं के बारे में लोगों के आम मिथक को तोड़ दिया गया है।
इस पहल का उद्देश्य किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। इस परियोजना के तहत ऐसे केंद्रों की संख्या 7499 पहुंच गई है। यह केंद्र देश के सभी जिलों में हैं। वित्त वर्ष 2020-21 (4 मार्च 2021 तक) में बिक्री से आम नागरिकों के करीब 3600 करोड़ रुपये की बचत हुई है क्योंकि ये दवाएं बाजार दरों के मुकाबले 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक सस्ती हैं।
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