नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कई रेलवे परियोजनाओं (Many Railway Projects) का उद्घाटन और शिलान्यास किया (Inaugurated and laid the Foundation Stone) । पीएम मोदी ने सोमवार को जहां जम्मू रेलवे डिवीजन, तेलंगाना में चेरलापल्ली न्यू टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन किया, वहीं, ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ रेलवे डिवीजन भवन की आधारशिला भी रखी।
पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश उत्सव है। उनके विचार, उनका जीवन हमें समृद्ध और सशक्त भारत बनाने की प्रेरणा देता है। मैं सभी को गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश उत्सव की शुभकामनाएं देता हूं। 2025 की शुरुआत से ही भारत कनेक्टिविटी की तेज रफ्तार बनाए हुए है। रविवार को मैंने दिल्ली-एनसीआर में ‘नमो भारत ट्रेन’ का शानदार अनुभव लिया। दिल्ली मेट्रो की अहम परियोजनाओं की शुरुआत की। रविवार को भारत ने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। हमारे देश में अब मेट्रो नेटवर्क एक हजार किलोमीटर से ज्यादा का हो गया है। आज यहां करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पूर्व में ओडिशा और दक्षिण में तेलंगाना, आज देश के बड़े हिस्से के लिए कनेक्टिविटी के लिहाज से बड़ा दिन है। इन तीनों राज्यों में आधुनिक विकास की शुरुआत ये बताता है कि पूरा देश अब एक साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है। यही ‘सबका साथ, सबका विकास’ का वो मंत्र है, जो ‘विकसित भारत’ के सपने में विश्वास के रंग भर रहा है। मैं इस अवसर पर तीनों राज्यों के लोगों को और सभी देशवासियों को इन प्रोजेक्ट्स की बधाई देता हूं। ये भी संयोग है कि आज हमारे ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी जी का जन्मदिन भी है, उन्हें भी शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने कहा कि आज देश ‘विकसित भारत’ की संकल्प सिद्धि में जुटा है। इसके लिए भारतीय रेलवे का विकास बहुत महत्वपूर्ण है। हमने देखा है कि पिछला एक दशक भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक ट्रांसफॉर्मेशन का रहा है। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में एक विजिबल चेंज आया है। इससे देश की छवि बदली है और देशवासियों का मनोबल भी बढ़ा है। भारत में रेलवे के विकास को हम चार पैरामीटर्स पर आगे बढ़ा रहे हैं। पहले रेलवे के इन्फ्रास्ट्रक्चर का मॉर्डनाइजेशन, दूसरा रेलवे के यात्रियों को आधुनिक सुविधा, तीसरा रेलवे की देश के कोने-कोने में कनेक्टिविटी, चौथा रेलवे से रोजगार का निर्माण, उद्योगों को सपोर्ट।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज के इस कार्यक्रम में इसी विजन की झलक दिखाई देती है। ये नए डिवीजन, नए रेल टर्मिनल भारतीय रेलवे को इक्कीसवीं सदी की आधुनिक रेलवे बनाने में अहम योगदान देंगे। इनसे देश में आर्थिक समृद्धि का इकोसिस्टम डेवलप करने में मदद मिलेगी, रेलवे के संचालन में मदद मिलेगी, निवेश के ज्यादा मौके बनेंगे और नई नौकरियों का सृजन भी होगा। 2014 में हमने भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने का सपना लेकर काम शुरू किया। वंदे भारत ट्रेनों की फैसिलिटी, अमृत भारत और नमो भारत रेल की सुविधा अब भारतीय रेल का नया बेंचमार्क बन रही है। आज का एस्पिरेशनल इंडिया कम समय में बहुत ज्यादा पाने की आकांक्षा रखता है। आज लोग लंबी दूरी की यात्रा को भी कम समय में पूरा करना चाहते हैं। ऐसे में देश के हर हिस्से में हाई स्पीड ट्रेनों की मांग बढ़ रही है।
उन्होंने बताया कि आज 50 से ज्यादा रूट्स पर वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। 136 वंदे भारत सेवाएं लोगों की यात्रा को सुखद बना रही हैं। दो दिन पहले एक वीडियो देख रहा था, अपने ट्रायल रन में वंदे भारत स्लीपर का नया वर्जन कैसे 180 किलोमीटर की गति से दौड़ रहा है। वो समय दूर नहीं, जब भारत में पहली बुलेट ट्रेन भी दौड़ेगी। हमारा लक्ष्य है कि फर्स्ट स्टेशन से लेकर डेस्टिनेशन तक भारतीय रेल से यात्रा एक यादगार अनुभव बने। इसके लिए देश में 1,300 से ज्यादा अमृत स्टेशनों का कायाकल्प हो रहा है। पिछले दस वर्षों ने कनेक्टिविटी का अद्भुत विस्तार हुआ है। 2014 तक देश में सिर्फ 35 प्रतिशत रेल लाइनों का इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ था, आज भारत रेल लाइनों के शत-प्रतिशत इलेक्ट्रिफेशन के करीब है।
पीएम मोदी ने कहा कि बीते दस वर्षों मे 30 हजार किलोमीटर से ज्यादा नए रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं। सैकड़ों रेल ओवर ब्रिज और रेल अंडर ब्रिज का निर्माण किया गया है। अब ब्रॉड गेज लाइनों पर मानव रहित क्रॉसिंग खत्म हो चुकी है, इससे दुर्घटनाएं कम हुई हैं, यात्रियों की सुरक्षा बढ़ी है। देश में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जैसे आधुनिक रेल कॉरिडोर का निर्माण भी तेजी से पूरा हो रहा है। स्पेशल ट्रैक से सामान्य ट्रैक पर दबाव कम होगा और हाई स्पीड ट्रेनों को चलाने के अवसर भी बढ़ेंगे। रेलवे में आज कायाकल्प का जो अभियान चल रहा है, जिस तरह ‘मेड इन इंडिया’ को बढ़ावा दिया जा रहा है। मेट्रो के लिए, रेलवे के लिए आधुनिक डिब्बे तैयार किए जा रहे हैं, स्टेशनों को रिडेवलप किया जा रहा है, स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ के स्टॉल लग रहे हैं, इससे भी रेलवे में रोजगार के लाखों अवसर बन रहे हैं। पिछले दस वर्षों में युवाओं को रेलवे में लाखों पक्की नौकरी मिली है।
उन्होंने बताया कि रेलवे से जुड़ी विशेष स्किल को ध्यान में रखते हुए देश की पहली गति शक्ति यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। रेलवे नेटवर्क का जैसे-जैसे विस्तार हो रहा है, उसी हिसाब से नए रेलवे हेडक्वार्टर और रेल डिवीजन बनाए जा रहे हैं। जम्मू डिवीजन का लाभ पंजाब, हिमाचल प्रदेश और लेह लद्दाख को भी होगा। जम्मू कश्मीर रेल इन्फ्रा में नए रिकॉर्ड बना रहा है। उधम सिंह-बारामूला-श्रीनगर रेल लाइन की चर्चा पूरे देश में है। यह परियोजना जम्मू कश्मीर को देश के साथ और बेहतर तरीके से जोड़ देगी। इसी परियोजना के तहत देश का सबसे ऊंचा चिनाब ब्रिज का काम पूरा हुआ है। अंजी खड्ड ब्रिज जो देश का पहला केबल आधारित ब्रिज है, वो भी इसी परियोजना का हिस्सा है। ये दोनों इंजीनियरिंग के बेजोड़ उदाहरण हैं। इनसे क्षेत्र में आर्थिक प्रगति होगी और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
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