नई दिल्ली. प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi) 21-22 दिसंबर को कुवैत (Kuwait) दौरे पर जाएंगे. यहां पीएम मोदी का सेरेमोनियल स्वागत (Ceremonial reception) होगा. 43 साल बाद यह पहला मौका होगा कि, किसी पीएम का कुवैत में दौरा हो रहा है. कुवैत के क्राउन प्रिंस (Crown Prince) से सितंबर में पीएम की मुलाकात हुई थी. विदेश मंत्रालय ने इस दौरे को लेकर कहा, “प्रधानमंत्री मोदी कुवैत के अमीर, महामहिम शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर 21 और 22 दिसंबर को कुवैत की यात्रा करेंगे. यह 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की कुवैत की पहली यात्रा है और इसलिए, यह काफी महत्व रखती है.”
विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
विदेश मंत्रालय (MEA) ने शुक्रवार को बताया कि इस यात्रा से भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों का एक नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद है. MEA के अनुसार, इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और अन्य क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने पर चर्चा होगी. पीएम मोदी को यह निमंत्रण कुवैत के अमीर शेख मशाल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबाह ने दिया है. प्रधानमंत्री अपने दौरे में कुवैत के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और वहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से भी संवाद करेंगे. गौरतलब है कि कुवैत में भारतीय समुदाय सबसे बड़ा प्रवासी समूह है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा कार्यक्रम (21-22 दिसंबर 2024)
शनिवार, 21 दिसंबर 2024
09:15 बजे (IST): कुवैत के लिए रवाना
11:35 बजे (स्थानीय समय): अमीरी टर्मिनल पर आगमन
14:50 – 15:20 बजे: गल्फ स्पिक श्रमिक शिविर का दौरा
15:50 – 16:50 बजे: शेख साद अल अब्दुल्ला इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सामुदायिक कार्यक्रम
18:30 – 19:30 बजे: गल्फ कप (फुटबॉल) उद्घाटन समारोह
रविवार, 22 दिसंबर 2024
10:00 – 10:05 बजे: बायान पैलेस में गार्ड ऑफ ऑनर
10:30 – 10:45 बजे: कुवैत के अमीर से मुलाकात
11:00 – 11:30 बजे: कुवैत के क्राउन प्रिंस से मुलाकात
11:30 – 12:30 बजे: कुवैत के प्रधानमंत्री से मुलाकात और उसके बाद एमओयू पर हस्ताक्षर
13:00 बजे: प्रेस ब्रीफिंग.
15:30 बजे: दिल्ली के लिए प्रस्थान
22:00 बजे (IST): वायुसेना स्टेशन पालम, दिल्ली पर आगमन.
नोट: कार्यक्रम में बदलाव संभव है. कुवैत का स्थानीय समय IST से 2 घंटे 30 मिनट पीछे है.
1981 के बाद पहली प्रधानमंत्री यात्रा
कुवैत जाने वाले आखिरी भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी थीं, जिन्होंने 1981 में यह दौरा किया था.
व्यापार और ऊर्जा सहयोग
भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचा.
कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो भारत की ऊर्जा जरूरतों का 3% पूरा करता है.
भारतीय निर्यात ने पहली बार 2 अरब अमेरिकी डॉलर का आंकड़ा पार किया है, जबकि कुवैत निवेश प्राधिकरण द्वारा भारत में किए गए निवेश 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हैं.
ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध
भारत और कुवैत के संबंध ऐतिहासिक रूप से मजबूत रहे हैं. कुवैत के प्राचीन समय में भारत के साथ समुद्री व्यापार उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ था. कुवैत के व्यापारिक जहाज लकड़ी, अनाज, कपड़े और मसाले के बदले भारत से खजूर, अरबी घोड़े और मोती लेकर जाते थे. 1961 तक भारतीय रुपया कुवैत में कानूनी मुद्रा के रूप में चलता था. भारत और कुवैत के बीच 1961 में औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे. शुरुआत में भारत वहां व्यापार आयुक्त के रूप में प्रतिनिधित्व करता था.
2017 में कुवैत के अमीर शेख सबाह अल अहमद अल जबार अल सबाह भारत की निजी यात्रा पर आए थे. 2013 में कुवैत के प्रधानमंत्री भारत दौरे पर आए थे.
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