अयोध्या । राम नगरी अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अभिजीत मुहूर्त में दोपहर करीब 12.30 बजे नींव पूजन करेंगे। इस ऐतिहासिक अवसर पर उप्र की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास समेत तमाम साधु-संत भी उपस्थित रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी आज अयोध्या में करीब तीन घंटे का प्रवास करेंगे। वह पूर्वाह्न 9.35 बजे नई दिल्ली से विशेष विमान से प्रस्थान करेंगे और लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर 10.35 बजे पहुंचेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा सीधे वह अयोध्या जाएंगे। प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर अयोध्या के साकेत डिग्री कॉलेज के हेलीपैड पर 11.30 बजे लैंड करेंगा। वहां से वह हनुमानगढ़ी जाएंगे, जहां उनका दस मिनट का दर्शन-पूजन का कार्यक्रम है।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी मध्याह्न 12 बजे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचेंगे। यहां सबसे पहले दस मिनट तक वह रामलला विराजमान का दर्शन व पूजन करेंगे। रामलला परिसर में ही 12.15 बजे वह पारिजात का पौधा रोपेंगे। फिर 12.30 बजे वहीं पर राम मंदिर के लिए नींव पूजन करेंगे और 12.40 बजे राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान देश को संबोधित भी कर सकते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भी संबोधन होगा। प्रधानमंत्री मोदी दो बजकर पांच मिनट पर कार्यक्रम स्थल से साकेत कॉलेज हेलीपैड जाएंगे और वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते नींव पूजन कार्यक्रम में सीमित लोगों को ही बुलाया गया है। अनुष्ठान में भाग लेने के लिए आमंत्रित मेहमानों में से अधिकतर लोग मंगलवार की शाम तक रामनगरी पहुंच चुके थे। इनमें आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ सरकार्यवाह भैयाजी जोशी, द्वय सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल, दत्तात्रेय होसबोले, जूना अखाड़ा के आचार्य महामण्डलेश्वर अवधेशानन्द गिरि, स्वामी रामदेव, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि, महामंत्री हरिगिरि आदि शामिल हैं।
कार्यक्रम को लेकर अयोध्या के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। प्रधानमंत्री के कारण सुरक्षा व्यवस्था को तीन चक्रों में बांटा गया है, जिसको क्रमशः एसपीजी, केंद्रीय अर्धसैनिक बल और स्थानीय पुलिस के हवाले किया गया है। मुख्य कार्यक्रम स्थल को एसपीजी ने अपने कब्जे में पहले ही ले लिया है।
इस ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए समूची अवधनगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। श्रृंगार में लगे फूलों पर रामलला के नाम और चित्र उकेरे गए हैं। कुछ फूलों पर प्रधानमंत्री मोदी की भी तस्वीरें नजर आ रही हैं। नींव पूजन अनुष्ठान को भव्य बनाने के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से हर संभव कोशिश की गई है।
पिछले कुछ दिनों से अयोध्या में हर जगह त्रेता युग का अहसास हो रहा है। इस साज-शृंगार में अवधपुरी का गौरवमयी अतीत दिख रहा है, तो गौरवशाली आज भी चमक रहा है। यहां की गली-गली इस समय राममय हो गई है। सार्वजनिक स्थलों, घरों और देवालयों की दीवारों पर रामायण के प्रसंगों के चित्र उकेरे गए हैं।
सांस्कृतिक गौरव और सनातन आस्था के रंग में नहाई रामनगरी का यह निखरा सौंदर्य निहारकर अयोध्यावासी निहाल हो रहे हैं। प्रधानमंत्री जिन मार्गों से होकर गुजरेंगे, उनके दोनों दोनों तरफ सभी भवनों की दीवारों पर त्रेता युग की झलक स्पष्ट हो रही है। इन भवनों को पीले रंग से सराबोर सांस्कृतिक एकता का संदेश दिया जा रहा है। नगर की सड़कें और उनके डिवाइडर भी सजाए गए हैं। वहां स्थित बिजली के खंभों को भी पीले रंग से रंग दिया गया है।
सरयू तट पर अलग ही रौनक दिख रही है। वहां पिछले कई दिनों से शाम के समय दीवाली का नजारा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अपील पर अयोध्या में मंगलवार और बुधवार को यहां दो दिन का दीपोत्सव मनाया जा रहा है। नींव पूजन की पूर्व संध्या पर अयोध्या को कल शाम 03 लाख 51 हजार से अधिक दीपों से जगमगाया गया। आज शाम को भी यहां लाखों दीप जलाए जाएंगे। इस समय अयोध्या की सभी सड़कें और चौराहे भगवा और पीताम्बरी रंग में रंगे दिखाई दे रहे हैं। पूरा नगर रामधुन के माध्यम से त्रेता युग का अहसास करा रहा है। (हि.स.)