भोपाल । आज का दिन भोपाल ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश (MP) और देश के लिए महत्व का दिन है। यह हमारे अतीत और भविष्य के संगम का दिन है। भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन (Historic Railway Station) का सिर्फ कायाकल्प नहीं हुआ है, बल्कि गिन्नौरगढ़ की रानी कमलापति (Historic Railway Station) का नाम जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है। भारतीय रेल (Indian Rail) का भविष्य कितना आधुनिक है, कितना उज्ज्वल है, इसका प्रतिबिंब इस स्टेशन में आने वालों को दिखाई देगा। उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल में रेलवे स्टेशन रानी कमलापति के लोकार्पण के अवसर पर कही।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ माह पहले गुजरात के गांधीनगर स्टेशन का नया अवतार देखा था। आज रानी कमापति स्टेशन के रूप में देश का आईएएसओ सर्टिफाइड, देश का पीपीपी आदर्श रेलवे स्टेशन देश को समर्पित किया गया। जो सुविधाएं पहले एयरपोर्ट पर मिला करती थीं वो आज रेलवे स्टेशन पर मिल रही हैं। आधुनिक टायलेट, बेहतरीन खाना-पीना, होटल, गेमिंग जोन, हास्पिटल, मॉल, स्मार्ट पार्किंग ऐसी सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। इसमें भारतीय रेलवे का पहला सेंट्रल एयर कांकोर्स बनाया गया है। इस कांकोर्स में सैकड़ों यात्री ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं। सारे प्लेटफार्म इस कांकोर्स से जुड़े हुए हैं। ऐसे ही सुविधाओं की देश के सामान्य एवं मध्यम वर्ग को हमेशा उम्मीद रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले स्टेशन और ट्रेनों में गंदगी, यात्रा की सुरक्षा का भरोसा नहीं था, सुविधाएं भी नदारत थीं। लोगों ने मान लिया था कि इसमें कोई सुधार नहीं होगा, लेकिन अब परिवर्तन और सुधार का दौर है। रेलवे नए युग में प्रवेश कर रहा है। रेलवे के विकास से देश में पर्यटन की संभावनाएं भी मजबूत होती हैं। पिछले दिनों रामायण सर्किट ट्रेन की शुरुआत हुई, अगले कुछ दिनों में कुछ और भी रामायण सर्किट ट्रेनें चलाई जाएंगी। आज भारतीय रेल केवल दूरियों को तय करने का ही माध्यम नहीं है, बल्कि संस्कृति और पर्यटन तथा तीर्थाटन को भी बढ़ावा देने का माध्यम बन रही है।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में कई रेल परियोजनाओं की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि आज यहां जिन रेल लाइनों के दोहरीकरण और विद्युतीकरण का लोकार्पण हुआ है, उससे रेल के परिचालन में ज्यादा सुगमता आएगी। महाकाल की नगरी उज्जैन और इंदौर शहर के बीच चलने से लोगों को बड़ी सहूलियत होगी। भारत किस तरह से बदल रहा है और विकास कर रहा है, इसे देखना हो तो रेलवे एक अच्छा उदाहरण है। आप याद कीजिए कुछ वर्षों पूर्व भारत में रेल की यात्रा कैसी होती थी। अब रेलवे आधुनिक युग में प्रवेश कर रहा है। छह साल पूर्व तक जिसका भी पाला भारतीय रेलवे से पड़ता था, वो उसको कोसता था। स्टेशन पर भीड़भाड़, गंदगी, ट्रेन के इंतजार में घंटों की टेंशन, स्टेशन पर बैठने, खाने-पीने की असुविधा, ट्रेन के भीतर भी गंदगी, सुरक्षा की चिंता, पहले लोग ट्रेन में चेन लेकर ताला लगाते थे। दुर्घटना का भी डर। रेलवे नाम आते ही यही छवि उभरकर आती थी। स्थिति यहां तक पहुंच गई थी कि लोगों ने मान लिया था कि ऐसे ही गुजारा चलने वाला है।
मोदी ने कहा कि जब देश इमानदारी से संकल्पों की सिद्धि के लिए जुड़ता है तो सुधार आता ही आता है, परिवर्तन होता ही होता है। यह हम बीते सालों से निरंतर देख रहे हैं। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर भारत की आकांक्षा ही नहीं, बल्कि आवश्यकता भी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार रेलवे समेत इन्फ्रास्ट्रक्चर के हजारों प्रोजेक्ट पर अभूतपूर्व निवेश कर रही है। भारत बदल रहा है। सपने कैसे सच हो सकते हैं, यह देखना हो तो आज इसका एक उत्तम उदाहरण भारतीय रेलवे भी बन रहा है।
उन्होंने कहा कि आज का भारत बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है। आज का भारत आधुनिक इंफ्रास्ट्रचर पर काम कर रहा है। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान इसी संकल्प की सिद्धि में देश की मदद करेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी सरकार की नीतियां हों, बड़े प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग हो, उन पर काम किया जाना हो तो गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान सभी का मार्गदर्शन करेगा। जब हम मास्टर प्लान को आधार बनाकर चलेंगे तो देश के सभी संसाधनों का सही उपयोग होगा। इस प्लान के तहत सरकार अलग-अलग मंत्रालय को एक प्लेटफार्म पर ला रही है। अलग-अलग प्रोजेक्ट्स की जानकारी हर डिपार्टमेंट को समयपर मिले, इसके लिए भी व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का कहना यह भी था कि रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को एप्रोच रोड से जोड़ा गया है। इसमें आधुनिक पार्किंग बनाई गई है। मेट्रो मोड़ के साथ भी कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है। दोनों तरफ बीआरटीएस लेन की सुविधा है। सबकुछ सरल हो, सहज हो, यह प्रयास किया जा रहा है। यह सामान्य हिन्दुस्तानी के लिए इज आफ लिविंग सुनिश्चित करने वाला है। आज देश आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाने की स्थिति में है।
उल्लेखनीय है कि यह रेलवे स्टेशन लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत में बनकर तैयार हुआ है। इसकी खास बात यह है कि यहां अंदर पहुंचते ही आपको लगेगा कि आप किसी एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं। स्टेशन पर मॉडर्न टॉयलेट, क्वालिटी फूड, म्यूजियम और गेमिंग जोन की सुविधा मुहैया कराई गई है। इसके अलावा भी अन्य तमाम सुविधाएं यहां मौजूद हैं। इस अवसर पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अपनी बात रखी। एजेंसी/हिस
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved