विजय सिंह जाट गुना। जिले की मधुसूदनगढ़ तहसील में पदस्थ चर्चित महिला नायब तहसीलदार निशा भारद्वाज को आखिरकार गुना कलेक्टर ने शिवपुरी रिलीव कर दिया अपने एडवोकेट पति को विवादित करोड़ों की भूमि कौडिय़ों के मोल खरीदवाने के बाद कब्जेधारों पर दबंगई दिखाने के मामले में निशा चर्चा में आई थी। दूसरी तरफ राघोगढ़ तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार उदय सिंह जाटव अपने पुत्र के नाम मौजूद बोलेरो वाहन को अपने ही कार्यालय में किराए पर लगाने के बाद हुई शिकायत के मामले में चर्चा में आए थे जिन्हें कलेक्टर ने अब मधुसूदनगढ़ भेजा है, वहीं जिले की कलेक्ट्रेट में पदस्थ एक डिप्टी कलेक्टर द्वारा कराई गई लीज भी आजकल जिला सहित भोपाल तक चर्चाओं का विषय बनी हुई है, शहर के एबी रोड पर मौजूद 3 बीघा भूमि को राजनीतिक रसूख के चलते 30 सालों के लिए लीज पर दे दिया गया वह भी कौडिय़ों के दाम पर।
चर्चित नायब तहसीलदार निशा रिलीव
जिले की मधुसूदनगढ़ तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार निशा भारद्वाज अपने वकील पति को विवादित भूमि कोंडियों के मोल दिलाने के बाद उस पर जबरन दबंगई से कब्जा कराने को लेकर चर्चा में आई थी हालांकि पीडि़त परिवार के द्वारा हाईकोर्ट ग्वालियर की शरण ली गई जिसके बाद न्यायालय द्वारा मामले में स्टे दिया गया है बताया जाता है कि नायब तहसीलदार इसके बाद भी गुना सहित अन्य दीगर जिलों के गुंडे बदमाशों से भी पीडि़त परिवार पर दबाव बनाने का भरसक प्रयास कर चुकी है, मामले में लिखित शिकायत के बाद भी पुलिस ने कार्यवाही नहीं की।
बेटे का वाहन किराए पर, शिकायत, अब हटाए
जिले की राघोगढ़ तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार उदय सिंह जाटव के खिलाफ भाजपा नेता अंशुल रावत मंडल अध्यक्ष युवा मोर्चा राघौगढ के द्वारा 2 फरवरी को लिखित में कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई गई कि उनके पुत्र दीपक जाटव के नाम पर मौजूद वाहन बोलेरो को नायब तहसीलदार उदय सिंह जाटव ने अपने कार्यालय पर किराए पर लगा रखा है हालांकि मामले की शिकायत होने के बाद आनन-फानन में वाहन किराए पर लेने की विज्ञप्ति एक दिवस पहले के दिनांक में जारी की गई जो भी काफी चर्चाओं का विषय रही हालांकि अब नायब तहसीलदार को राघोगढ़ से हटाकर मधुसूदनगढ़ पदस्थ किया गया है।
डिप्टी कलेक्टर ने कराई लीज, शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म
अपने कारनामों को लेकर चर्चाओं में बने रहे डिप्टी कलेक्टर आरबी सिंडोसकर एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे हैं, विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि डिप्टी कलेक्टर के द्वारा एक माह पूर्व एक लीज कराई गई है जिसमें मौजूद संपत्ति के मूल्यांकन करीब 6 करोड़ रुपए आंका गया है, मूल्यांकन करने में भी करोड़ों रुपए की हेराफेरी होने का अंदेशा है। विश्वस्त सूत्रों ने यह भी बताया कि उक्त लीज (पट्टा) कराने के मामले में राजधानी भोपाल से एक संघ समर्थित बड़े नेता का गुना आगमन हुआ उप पंजीयक रजिस्ट्री कार्यालय में भी काफी देर तक गहमागहमी बनी रही आखिर भारी भरकम राजनीतिक दबाव में आकर पंजीयन अफसर को उक्त लीज संपादित कराना ही पड़ी। बताया जाता है कि उक्त लीज कराने में 25 लाख रुपए प्रीमियम बैंक में चालान के माध्यम से जमा हुआ है, वही मूल्यांकन में भी लाखों रुपए का राज्य से चुनाव सरकार के खजाने को लगाया गया है लीज में आरआई ( राजस्व) की गवाही भी चर्चाओं का विषय बनी हुई है। डिप्टी कलेक्टर पूर्व में भी जमीन खरीदी सहित अन्य मामलों को लेकर सुर्खियां बटोर चुके हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved