नई दिल्ली। नीति आयोग के सदस्य-स्वास्थ्य डॉ. वीके पॉल ने गुरुवार को बताया कि स्पुतनिक (Sputnik V) कोरोनावायरस वैक्सीन भारत में आ गई है और अगले सप्ताह तक बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है। उन्होंने आगे कहा कि रूस की स्पुतनिक वैक्सीन का दूसरा बैच 14 मई यानि आज भारत आएगा।
डॉ. रेड्डी (Dr. Reddy’s) की प्रयोगशालाएँ भारत में वैक्सीन का निर्माण करेंगी। भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड के बाद स्पुतनिक देश का तीसरा टीका होगा। भारत रूसी कोविड वैक्सीन की 15.6 करोड़ खुराक का उत्पादन करना चाहता है। “वीके पॉल ने कहा,” इसका उत्पादन जुलाई में शुरू होगा और अनुमान है कि उस अवधि में 15.6 करोड़ खुराक का निर्माण किया जाएगा।”
ड्रग फर्म डॉ रेड्डीज लैबोरेट्रीज ने शुक्रवार को कहा कि आयातित स्पुतनिक कोविड -19 वैक्सीन की नई खुराक की भारत में कीमत 995.40 रुपये होगी। स्पुतनिक कोविड -19 वैक्सीन की खुराक जो भारत में बनाई जाएगी, हालांकि, सस्ती हो सकती है।
वैक्सीन की आयातित खुराक वर्तमान में 948 रुपये के अधिकतम खुदरा मूल्य (maximum retail price) पर, 5 फीसदी जीएसटी (GST) प्रति खुराक रहेगी। डॉ रेड्डी के साथ स्थानीय आपूर्ति शुरू होने पर कीमत कम होने की संभावना है।
दवा कंपनी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कोविड वैक्सीन स्पुतनिक का सॉफ्ट लॉन्च शुरू हो गया है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में दी गई।
स्पुतनिक वैक्सीन के आयातित खुराकों की पहली खेप 1 मई को भारत में उतरी और उसे 13 मई, 2021 को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला, कसौली से विनियामक मंजूरी मिली।
एफडीए (FDA) और डब्ल्यूएचओ (WHO) द्वारा अनुमोदित किसी भी कोविड -19 वैक्सीन, भारत आ सकता है। “आयात लाइसेंस 1-2 दिनों के भीतर दिया जाएगा। कोई आयात लाइसेंस लंबित नहीं है, ”उन्होंने कहा।
सरकार ने यह भी कहा कि इस साल अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में नोवेल कोरोनावायरस के खिलाफ टीकों की 2 अरब से अधिक खुराक उपलब्ध होने की संभावना है। उन खुराकों में भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा उत्पादित एस्ट्राजेनेका की 750 मिलियन वैक्सीन, साथ ही भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सिन की 550 मिलियन खुराक शामिल होगी। देश में केवल तीन टीकों को बेचने की मंजूरी दी गई है- Covaxin, Coveshield और Sputnik V।
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