भोपाल। राजधानी के तालाबों में सीवेज के पानी को मिलने से रोकने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए संभागायुक्त एवं निगम प्रशासक कवींद्र कियावत ने निगम अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक लेकर तालाब एवं सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों की समीक्षा की। उन्होंने सीवेज से गंदगी तालाब में जाने की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की और तत्काल सुधार कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दी। साथ ही सीवेज के उपचारित पानी के वैकल्पिक उपयोग के लिए भी सुनियोजित प्लान बनाने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों की पुन: समीक्षा करें और तत्काल बड़े व छोटे तालाब में मिलने वाले सीवेज के पानी को रोका जाए। समीक्षा के दौरान निगम आयुक्त केवीएस चौधरी कोलसानी ने जानकारी दी कि शिरीन नाले का लगभग पांच एमएलडी फ्लो का एसटीपी की रूपांकन क्षमता के अनुरूप उपचारित किया जा रहा है और नाले में आ रहे अतिरिक्त फ्लो को समीप ही स्थित अहमदाबाद पंप हाउस में ग्रेविटी लाइन के माध्यम से ले जाया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए सीवेज पाइप लाइन बिछाए जाने का कार्य प्रगति पर है। 10 दिन में यह कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके बाद नाले का पानी सीधे तालाब में नहीं मिलेगा। निगमायुक्त ने बताया कि एसटीपी के सामने स्थित फिलफोरा लेन में स्थित बहुमंजिला इमारतों से नाले में सीवेज अवैध तरीके से बहाया जा रहा है। जिसके संबंध में ठेकेदार को सीवेज पाइप लाइन डालकर सीवेज रोकने संबंध में निर्देशित किया गया है। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारी के माध्यम से रहवासियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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