भोपाल: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (assembly elections) का बिगुल बज चुका है. सभी वर्ग को साधने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi). केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) के बाद अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) एमपी दौरे पर आने वाली हैं. उनके दौरे को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं होने लगी हैं कि क्या वे चुनावी माहौल में चार चांद लगा पाएंगी. दरअसल, राष्ट्रपति मुर्मू प्रदेश के आदिवासी वर्ग को साधने में अहम रोल अदा कर सकती हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 13 जुलाई को ग्वालियर दौरे पर रहेंगी. यहां IIITM के दीक्षांत समारोह (IIITM Convocation) में शामिल होंगी. वे दोपहर 12.25 बजे ग्वालियर पहुंचेंगी और शाम 4.25 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगी. उनके दौरे को लेकर माना जा रहा है कि इससे प्रदेश के बड़े वर्ग को साधने में मदद मिलेगी.
मध्य प्रदेश में करीब 22 प्रतिशत आदिवासी मतदाता हैं. जबकि 82 सीटें SC-ST वर्ग के लिए आरक्षित हैं. 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीट ST वर्ग और 35 सीट SC वर्ग के लिए रिजर्व हैं. इन सीटों पर ये वर्ग निर्णायक भूमिका निभाते हैं, जिस कारण ये काफी अहम है. साल 2018 में BJP ने 84 में से सिर्फ 34 सीट पर जीत हासिल की थी. जबकि 2013 में 59 सीटों पर BJP जीती थी. ऐसे में पिछले विधानसभा चुनाव में हुए घाटे को BJP इस बार दोहराना नहीं चाहती है.
आदिवासी समुदाय से आने वाली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का ये दौरा BJP के लिए मध्य प्रदेश चुनाव में इस वोट बैंक को साधने में काफी कारगर साबित हो सकता है. पिछले विधानसभा चुनाव से सबक लेते हुए CM शिवराज सिंह चौहान और पूरी BJP पार्टी ने आदिवासी मतदाताओं पर अपना फोकस शिफ्ट कर दिया है.
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