नई दिल्ली. रात 12 बजते ही भारत (India) समेत पूरी दुनिया नए साल के जश्न में डूब गई। नए सपने और नई उम्मीदें लेकर साल 2025 सबसे पहले किरिबाती गणराज्य (Republic of Kiribati) के क्रिसमस आइलैंड पहुंचा। प्रशांत महासागर में स्थित इस द्वीप में भारतीय समयानुसार 31 दिसंबर की शाम साढ़े 3 बजे ही नए साल का जश्न शुरू हो गया। इसी क्रम में समोआ और टोंगा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, पापुआ न्यू गिनी, म्यांमार, जापान और इंडोनेशिया जैसे देशों में भी नव वर्ष ने भारत से पहले दस्तक दी। अलग-अलग टाइम जोन के कारण 41 देश ऐसे हैं, जो भारत से पहले नव वर्ष का स्वागत करते हैं। भारत समेत दुनियाभर में स्थानीय संस्कृतियों और परंपराओं के साथ नए साल का स्वागत किया जा रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Murmu) ने बुधवार को लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं और उनसे भारत और विश्व के लिए एक उज्जवल, अधिक समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने को कहा। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं! वर्ष 2025 सभी के लिए खुशी, सद्भाव और समृद्धि लेकर आए! इस अवसर पर आइए हम भारत और विश्व के लिए एक उज्जवल, अधिक समावेशी और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करें।’
बैंकॉक में भी आकर्षक आतिशबाजी देखी गई
नववर्ष 2025 के स्वागत में थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी आकर्षक आतिशबाजी देखी गई। इसके अलावा न्यूजीलैंड के ऑकलैंड शहर में नए साल के स्वागत में लोगों ने देश के सबसे ऊंचे स्काई टॉवर से रंग-बिरंगी आतिशबाजी व अन्य स्थान पर आयोजित लाइट शो का लुत्फ उठाया। भारतीय समयानुसार 31 दिसंबर को शाम साढ़े 6 बजे ऑस्ट्रेलिया के सिडनी, मेलबर्न और कैनबरा में भी नए साल पर भव्य आतिशबाजी हुई। वहीं जापान, दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया रात के 8 बजे से अपना जश्न शुरू हुआ। धरती पर नए साल का स्वागत करने के लिए आखिरी जगह हवाई के दक्षिण-पश्चिम में स्थित बेकर और हाउलैंड के निर्जन द्वीप होते हैं। यहां भारतीय समयानुसार 1 जनवरी की शाम साढ़े 5 बजे नए साल की शुरुआत होती है।
RJD प्रमुख लालू यादव ने कहा, “सभी को नववर्ष की शुभकामनाएं, सभी सुखी रहें, समृद्ध रहें, सबका मंगल हो, भेदभाव मिटाकर काम करें।”
उज्जैन: महाकाल के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे श्रद्धालु
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भी पहली जनवरी को विशेष पूजा की गई। एक जनवरी को भस्म आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
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