नई दिल्ली । देश के निवर्तमान राष्ट्रपति (Outgoing President of the Country) रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) को संसद भवन में (In Parliament House) शनिवार शाम को विदाई दी गई (Was Given Farewell) । संसद भवन के सेंट्रल हॉल में हुए विदाई समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ ही संसद के दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा के सांसद भी मौजूद रहे।
राष्ट्रपति कोविंद के लिए आयोजित किए गए इस विदाई समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सम्मान पत्र पढ़ने के साथ ही संसद सदस्यों की ओर से राष्ट्रपति को एक प्रशस्ति पत्र भी सौंपा। तय कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति कोविंद को एक ‘स्मृति चिन्ह’ तथा संसद सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित एक ‘हस्ताक्षर पुस्तिका’ भी भेंट की गई । संसद सदस्यों के हस्ताक्षर के लिए हस्ताक्षर पुस्तिका 18 जुलाई से लेकर 21 जुलाई तक संसद भवन के सेंट्रल हॉल में ही रखी गई थी, जिस पर दोनों सदनों के सांसदों ने अपने-अपने हस्ताक्षर किए हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी अपने सम्मान के लिए सबका आभार प्रकट करते हुए अपने कार्यकाल के प्रमुख कार्यों, यादों और संस्मरणों का भी जिक्र किया । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। राष्ट्रपति पद से रिटायर होने के बाद कोविंद नई दिल्ली स्थित 12 जनपथ के बंगले में शिफ्ट हो जाएंगे। इस बंगले में कई दशकों तक दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान रहे थे। उनके निधन के बाद इस बंगले को उनके बेटे और लोकसभा सांसद चिराग पासवान से खाली करा लिया गया था। 12 जनपथ का यही बंगला रामनाथ कोविंद का नया पता होने जा रहा है।
शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से राष्ट्रपति कोविंद के लिए विदाई भोज भी आयोजित किया गया था। दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित इस विदाई भोज में केंद्र सरकार के मंत्री, सत्तापक्ष और विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए थे। इस विदाई भोज के लिए खासतौर से देश भर के कई आदिवासी नेताओं और पद्म पुरस्कार विजेताओं को भी आमंत्रित किया गया था।
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