अमरावती । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में (In Kurnool district of Andhra Pradesh) श्रीशैलम मंदिर में (In Srisailam Temple) पूजा-अर्चना की (Offers Prayers) और विभिन्न विकास कार्यो की (Various Development Works) आधारशिला रखी (Laid the Foundations) । एक हेलीकॉप्टर द्वारा हैदराबाद से सुन्नीपेंटा हेलीपैड पर पहुंचने पर आंध्र प्रदेश के बंदोबस्ती मंत्री कोट्टू सत्यनारायण, वित्त मंत्री बुगना राजेंद्रनाथ, स्थानीय विधायक शिल्पा चक्रपाणि रेड्डी और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका स्वागत किया । वहां से राष्ट्रपति सड़क मार्ग से श्रीशैलम मंदिर पहुंची।
हैदराबाद से राष्ट्रपति के साथ तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी भी श्रीशैलम पहुंचे। मंदिर में आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री आर के रोजा, अन्य जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रपति मुर्मू की अगवानी की। पुजारियों और मंदिर के अधिकारियों ने उनका पारंपरिक ढंग से स्वागत किया। उन्होंने रत्नागरभा गणपति स्वामी मंदिर में दर्शन किए। बाद में राष्ट्रपति ने श्रीशैलम मल्लिकार्जुन स्वामी का रुद्राभिषेक किया और ब्रमराम्बिका देवी का कुमकुमारचना किया।
उन्होंने श्रीशैलम मंदिर के विकास से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ किया। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की तीर्थ यात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत संवर्धन अभियान (प्रशाद) योजना के राष्ट्रीय मिशन के तहत 43 करोड़ रुपये के कार्य शुरू किए गए। उन्होंने श्रीशैलम में श्री शिवाजी स्फूर्ति केंद्र का भी दौरा किया। मुर्मू ने बाद में पांच दिवसीय शीतकालीन प्रवास के लिए हैदराबाद वापसी की।
इससे पहले वह विशेष विमान से शमशाबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंची थीं और बाद में हेलीकॉप्टर से श्रीसैलम के लिए रवाना हो गईं। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर श्रीशैलम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मंदिर के अधिकारियों ने व्यवस्था के तहत भक्तों के लिए दर्शन बंद कर दिए थे और यातायात को दूसरी ओर डायवर्ट कर दिया था।
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