वाशिंगटन। रूस की यूक्रेन के संबंध में नाटो देशों को दी गई शर्तें ठुकराने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात करके उनके देश की संप्रभुता व क्षेत्रीय अखंडता को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बाइडन ने कहा, यदि यूक्रेन पर रूस ने हमला किया तो अमेरिका इसका जवाब देने को तैयार है। इससे पहले बाइडन ने रूस के 27 राजनयिकों को अमेरिका से निकालने की घोषणा की।
अमेरिका ने 27 रूसी राजनयिकों को निकालने की कार्रवाई रूस की शर्तें ठुकराने के तुरंत बाद की। व्हाइट हाउस ने कहा, बाइडन और जेलेंस्की ने यूरोपीय सुरक्षा पर समन्वित राजनयिक प्रयासों के बारे में चर्चा की और ‘यूक्रेन के बिना यूक्रेन के बारे में कुछ भी नहीं’ के सिद्धांत को रेखांकित किया।
बयान के अनुसार, फोन वार्ता के दौरान बाइडन ने ‘नॉरमैंडी’ प्रारूप में संघर्ष समाधान की कोशिशों के लिए अमेरिकी समर्थन दिया और उम्मीद जताई कि जुलाई 2020 के युद्धविराम की शर्तों को लेकर पक्षों द्वारा 26 जनवरी को व्यक्त की गई प्रतिबद्धता से तनाव कम करने व मिन्स्क समझौतों के क्रियान्वयन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा, अमेरिका ने सीमा पर तैयारी देखी है और किसी भी समय आक्रमण हो सकता है। उन्होंने कहा, हमारा आकलन इसको लेकर बदला नहीं है।
नई रूसी गैस परियोजनाओं पर पाबंदी की तैयारी में ईयू-ब्रिटेन
यूक्रेन संकट को लेकर जहां जर्मनी और फ्रांस ने अमेरिका का साथ देने का एलान किया है वहीं यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्रिटेन ने नई रूसी गैस परियोजनाओं के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। ये प्रतिबंध यूक्रेन पर रूसी हमले के मामले में लगाए जाएंगे।
फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक, पाबंदियों का नया प्रारूप अमेरिकी समर्थ से बनाया जा रहा है जिसका मकसद भविष्य की गैस परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को कम करना होगा। बाइडन ने कहा, हमला होने पर वे रूस की 85 हजार करोड़ रुपये की नॉर्ड स्ट्रीम 2 गैस पाइपलाइन को रोक देंगे। इससे यूरोपीय देश प्रभावित होंगे।
रूस ने कहा, वह युद्ध शुरू नहीं करेगा
रूस के शीर्ष राजनयिक ने शुक्रवार को कहा कि मॉस्को अपनी तरफ से युद्ध शुरू नहीं करेगा, लेकिन चेताया कि वह यूक्रेन पर आक्रमण करने की योजना के डर से पश्चिम को अपने सुरक्षा हित नहीं रौंदने देगा।
विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, हम युद्ध नहीं चाहते हैं लेकिन अपने हित नहीं कुचलने देंगे। उधर, रूस के सरकारी टीवी चैनल वन ने यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका को सिरे से खारिज किया और कहा कि यह सब सिर्फ काल्पनिक है। चैनल पर कहा गया कि हमले की तैयारी रूस नहीं बल्कि पश्चिमी देश कर रहे हैं।
अमेरिका ने सैनिकों को रखा हाई अलर्ट पर
अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने अपने सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा है और यूक्रेन की सीमा पर रूसी सैनिकों के निर्माण के जवाब में अभी किसी भी सैनिक को स्थानांतरित नहीं किया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved