भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में अब कॉलेज (College) के छात्रों को ई-कंटेंट (E-content) दिया जाएगा। ऐसा पहली बार होगा, जब कॉलेज छात्र ई-कंटेंट (E-content) से पढ़ाई कर सकेंगे। इसके तहत प्रोफेशनल (Profes) तरीके से छात्रों को पढ़ाई के लिए वीडियो तैयार कराए जाएंगे। मप्र उच्च शिक्षा विभाग ई-कंटेट (E-content) के जरिए नवाचार करने जा रहा है।
उच्च शिक्षा विभाग ने ई-कंटेंट (E-content) के लिए शुरुआती तौर पर 18 विषयों का चयन किया है। 18 विषयों के लेक्चर उच्च शिक्षा विभाग की वेबसाइट (Website) पर अपलोड किए जाएंगे। चिन्हित विषयों में से प्रत्येक प्रश्न पत्र की हर इकाई को मुख्य रूप से छह भागों में बांटा जाएगा। इसमें प्रत्येक भाग में 30 से 40 मिनट का व्याख्यान होगा। प्रत्येक लेक्चर में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (Power Point Presentation), एनिमेशन (Animation), फोटो इन सभी का इस्तेमाल किया जाएगा। छात्रों को आकर अपने विषय में किसी भी तरह का डाउट है तो उसे ई-कंटेंट (E-content) से दूर किया जाएगा।
ई-कंटेंट से होगा छात्र और शिक्षकों को फायदा
कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेजों में ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई हो रही है। ऐसे में ई-कंटेंट के माध्यम से स्टूडेंट्स के लिए क्लासरूम का विकल्प तैयार हो रहा है। वही हर साल बदलते हुए सिलेबस भी अपडेट होने से छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा। ऑडियो वीडियो और प्रजेंटेशन के जरिए पढ़ाई होने से विषयों के टॉपिक को समझने में आसानी होगी। प्रश्नों को हल करने में मदद मिलेगी तो वही स्टूडेंट्स की बौद्धिक क्षमता भी विकसित होगी
प्रोफेसर को दी जाएगी ट्रेनिंग
उच्च शिक्षा विभाग के अपर आयुक्त का कहना है कि कंटेंट तैयार करने 300 से ज्यादा स्टाफ को शॉर्ट लिस्टेड किया गया है। ई-कंटेंट तैयार करने से पहले संबंधित शिक्षकों को एनआइटीटीटीआर में ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद ही कंटेंट तैयार कराया जाएगा। शुरुआत में सिर्फ 18 विषयों को इसमें शामिल किया गया है। बाद में दूसरे विषयों को भी इसमें जोड़ा जाएगा। इस तरह का काम मध्यप्रदेश में पहली बार होने जा रहा है।
ई-कंटेंट में 18 विषय शामिल
शुरुआती तौर पर 18 विषयों में वनस्पति, प्राणी शास्त्र, रसायन, भौतिक, गणित, पॉलिटिकल साइंस, इतिहास, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, भूगर्भ, संस्कृत, दर्शन शास्त्र, मनोविज्ञान, साइंस, न्यूट्रिशन, टैक्सटाइल एंड क्लॉथिंग और वाणिज्य संकाय के मुख्य तीन विषय शामिल रहेंगे। इन विषयों के बाद अन्य सभी विषयों के ई-कंटेट की प्रोसेस शुरू की जाएगी।
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