रुपए लेकर शादी करने वाली रेशमा 2 दिन पति के पास रहने के बाद भाग गई, पुलिस ने पकडऩे के लिए दोबारा दूल्हा तैयार किया, 1 लाख में शादी का सौदा किया
इंदौर। सेंट्रल कोतवाली पुलिस (Central police) के हाथ एक लुटेरी दुल्हन (robber bride) की गैंग लगी है। इसे पकडऩे के लिए पुलिस ने एक डमी दूल्हा (dummy groom) तैयार किया और 1 लाख का प्रलोभन देकर लुटेरी दुल्हन (robber bride) की गैंग (gang) को राजी कर लिया। पुलिसवाले (policeman) ही उस दूल्हे के बराती (barati) बनकर गए और उन्हें रंगेहाथों पकड़ा। इस दुल्हन और उसकी गैंग ने एक युवक को झांसे में लेकर उसकी शादी करवा दी और दो दिन रहने के बाद दुल्हन भाग गई थी।
सेंट्रल कोतवाली टीआई अशोक पाटीदार ने बताया कि रवि ठाकुर नामक युवक ने शिकायत की थी कि बीती 24 तारीख को उसकी शादी रेशमा से हुई थी। उसके परिजन को कुछ रुपए भी दिए थे। 2 दिन रहने बाद रेशमा ने कहा कि वह अपने भाई से मिलने संजय सेतु जा रही है। इसके बाद वह रुपए लेकर भाग गई। शादी मनोज नामक परिचित ने रेशमा की फोटो वॉट्सऐप (whatsapp) पर दिखाकर कराई और रुपए लिए थे। उसके बाद पुलिस (police) ने रेशमा की गैंग को घेरने के लिए दोबारा वही तरीका अपनाया, जैसे रवि के साथ घटना हुई थी। पुलिस ने एक नकली दूल्हा तैयार किया और रेशमा व उससे जुड़े लोगों से संपर्क कर शादी का प्रस्ताव रखा। तय हुआ कि दूल्हा एक लाख देगा और रेशमा (reshma) को ले जाएगा। मोती तबेला में एक मंदिर में नकली दूल्हे (fake groom) को सजाकर भेजा गया। उसके साथ जो बराती थे, उनमें पुलिसवाले सिविल ड्रेस में पहुंचे। जैसे ही रेशमा वहां पहुंची तो उसे पकड़ लिया। रेशमा का असली नाम राधिका राव उर्फ वर्षा निवासी हरसिद्धि (harsiddhi) मोती तबेला है। उसकी मां बनी पूजा सांवत उर्फ पूजा पटेल पति सोनू मराठा श्रीराम नगर द्वारकापुरी (dwarkapuri) की है। रेशमा की बहन बनी मंजु पति वीरेंद्र चौधरी हवा बंगला (hawa bangla) मल्टी की रहने वाली है। दोनों कपड़े बेचने का काम करती थीं, फिर ठगी करने लगीं। पुलिस (police) को शंका है कि इस गैंग ने कई लोगों को शादी के नाम पर ठगा है। उनसे आगे पूछताछ की जा रही है। लुटेरी दुल्हन से ठगाए कई मामले पहले भी पुलिस (police) के सामने आ चुके हैं। हालांकि ज्यादातर में पुलिस (police) ने सिर्फ शिकायतें ही सुनीं।
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