भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मप्र में पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण खत्म करने के विरोध में ओबीसी महासंघ 2 जनवरी को राजधानी में सीएम हाउस का घेराव करने जा रहा है। ओबीसी महासंघ को भोपाल में रोकने के लिए प्रशासन ने भी तैयारी कर ली है। सीएम हाउस, मंत्रालय और विधानसभा जाने वाल प्रमुख रास्तों पर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। साथ ही दूसरे शहरों को जोडऩे वाले प्रमुख मार्गों पर चौकसी बढ़ा दी है। प्रदेश में पंचायत चुनाव में आरक्षण खत्म करने के बाद से ओबीसी वर्ग में आक्रोश है। इसके विरोध में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में ओबीसी वर्ग भोपाल पहुंच रहा है। दूसरे प्रदेशों से भी ओबीसी महासभा के नेता भोपाल पहुंच रहे हैं। महासभा के प्रवक्ता डॉ आनंद राय ने बताया कि करीब 10 हजार लोगों की भोपाल पहुंचने की सूचना है। डॉ राय के अनुसार उन्हें ऐसी सूचना है कि भोपाल प्रशासन द्वारा राजधानी में ओबीसी का प्रदर्शन रोकने की बड़ी तैयारी कर ली है। दूसरे शहरों से आने वाले लोगों को शहर के बाहर ही रोकने और दूसरे स्थान पर ले जाकर छोडऩे की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि हजारों लोगों का भोपाल पहुंचने का कार्यक्रम है। लोग सड़क मार्ग की वजाय रेलमार्ग से आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन की सख्ती के बाद भी ओबीसी महासभा भोपाल में प्रदर्शन करेगा और सरकार तक अपनी बात पहुंचाएगा।
ओबीसी वर्ग में फूट
पिछड़ा वर्ग को पंचायत चुनाव में आरक्षण को लेकर पिछड़े वर्ग में फूट साफ दिखाई दे रही है। ओबीसी महासभा ने 2 जनवरी को भेापाल में मुख्यमंत्री निवास घेरने का ऐलान किया है। वहीं इससे पहले ओबीसी महासंघ 30 दिसंबर को भोपाल के रवीन्द्र भवन में एक आयोजन कर चुका है। महासंघ ने ओबीसी महासभा के कार्यक्रम से दूरी बना ली है।
जयस और भीमआर्मी भी कूदी
ओबीसी महासभा के साथ जयस और भीम आर्मी भी राजधानी में प्रदर्शन करेंगे। दरअसल जयस और भीम आर्मी की मांग है कि सरकार प्रदेश में बैकलॉग पदों पर भर्ती नहीं कर रही है। सालों से बैकलॉग के एक लाख से जयादा पद खाली हैं। इसी मांग को लेकर जयस और भीम आर्मी ओबीसी महासभा के साथ प्रदर्शन करने जा रही है।
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