इंदौर। डीएमआईसी प्रोजेक्ट (DMIC Project) से इंदौर-उज्जैन (Indore-Ujjain) को लिंक करने यानी जोडऩे की तैयारियों ने गति पकड़ ली है । इस बहुचर्चित प्रोजेक्ट (project) के माध्यम से देवास, उज्जैन (Dewas, Ujjain) व गरोठ के बीच नया फोरलेन रोड बनाकर इंदौर (Indore) को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे (Delhi-Mumbai Express Highway) से जोड़ा जा रहा है। इंदौर , पीथमपुर , धार, देवास (Indore, Pithampur, Dhar, Dewas) के औद्योगिक विकास व नए निवेश क्षेत्र के लिए दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस हाईवे से इन्दौर को जोडऩे वाला यह डीएमआईसी प्रोजेक्ट भविष्य में विकास का गोल्डन गेट साबित होगा, जो मालवा-निमाड़ क्षेत्र की तस्वीर बदल देगा, बल्कि चंहुमुखी विकास के मामले में नई दिशा व दशा तय करेगा ।
डीएमआईसी से इंदौर -मालवा को जोडऩे वाले इस प्रोजेक्ट के मामले में सब कुछ ठीक रहा तो 2900 करोड़ रुपये के टेंडर जनवरी के आखिरी सप्ताह तक फाइनल हो जाएंगे। अभी 600 करोड़ के 42 किमी लंबे फोरलेन पर काम जारी है। लगभग 2000 करोड़ वाले इस प्रोजेक्ट के जरिये तकरीबन 150 किलोमीटर लंबी फोरलेन सडक़ंे बनेंगी । मध्यप्रदेश से गुजरने वाले डीएमआईसी को उज्जैन, देवास और इंदौर को जोड़ा जाना तय हो चुका है। इसके लिए 135 किमी लंबी सडक़ प्लान की गई है, जो तीन चरणों में बनना है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो मार्च तक इस प्रोजेक्ट का काम शुरू हो जाएगा। इसके अंतर्गत इंदौर-देवास सिक्सलेन लोहार पीपल्या से देवास-उज्जैन बायपास होते हुए इस फोरलेन पर पहुंचेंगे। इस फोरलेन पर भी तेजी से काम जारी है। इसकी लागत करीब 600 करोड़ है। इस प्रोजेक्ट के लिए लगभग 600 कार्य दिवस की समयसीमा तय की गई है।
50 किलोमीटर का सफर कम
अभी इंदौर से गरोठ जाने के लिए घूमकर 240 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। साढ़े चार से पांच घंटे लगते हैं। नया फोरलेन बनने के बाद इंदौर से गरोठ के बीच की दूरी घटकर 190 किलोमीटर रह जाएगी, जिसे सवा दो से ढाई घंटे लगेंगे।
यह है डीएमआईसी प्रोजेक्ट
नए औद्योगिक व निवेश वाले मालवा क्षेत्र से देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मुंबई (Expressway Delhi-Mumbai) 8 लेन एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश के तीन जिलों मंदसौर, रतलाम और झाबुआ से गुजरेगा। प्रदेश के इन तीन जिलों में एक्सप्रेस-वे की लंबाई कुल 245 किमी है। 245 किमी में से 106 किमी का कॉरिडोर तैयार है। बाकी नवंबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 1350 किमी है। इस प्रोजेक्ट के पूरा हो जाने पर दिल्ली-मुंबई का सफर 12 घंटे में तय हो सकेगा। प्रदेश में 214 पुल, 511 पुलिया, 100 छोटे-बड़े अंडरपास और 7 टोल बूथ बनाए जा रहे हैं।
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