इंदौर। पर्यावरण (Environment) व पर्यटनप्रेमियों tourist lovers) के लिए वन विभाग इन तितली पार्क (butterfly Park) बनाने की तैयारियों में जुट है। सारी योजना बनाकर तितली पार्क बनाने का प्रस्ताव वन विभाग ( Forest Department) के वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है। तितली पार्क की मंजूरी के लिए वन विभाग ( Forest Department) के अधिकारी बड़ी मशक्कत से जुटे हैं। पिछले दिनों रालामंडल के दौरे के दौरान वन मंत्री ने यहां भी तितली पार्क बनाने की बात कही थी।
प्रकृति की गोद में कई सारे सौंदर्य और कलाएं भरी पड़ी हैं। प्रकृति सृजन के इस महासागर में तितलियां (butterfly) बहुत छोटी जीवकृति हैं, परन्तु यह सबसे खूबसूरत रचना हैं। इन्हें देखो तो लगता है कि सृष्टि के रचयिता ने इनमें भरने के लिए अलग से कुछ खास रंग बनाए हैं, जो पर्यावरण, पर्यटन सहित वन्यप्रेमियों का दिल जीत लेती हैं।
राष्ट्रीय तितली चुनाव में इंदौर की तितली शामिल
भारतीय वन सेवा (Indian Forest Service) के रिटायर्ड वन अधिकारी अनिल नागर के अनुसार तितली संरक्षण व संवर्धन अभियान में जुटे दिवाकर ठोमरे के नेतृत्व में राष्ट्रीय तितली चुनाव (national butterfly election) के लिए तितलीप्रेमियों व विशेषज्ञ शोधार्थियों (expert researchers) ने 50 तितलियों का चयन किया। इनमें से 7 तितलियों कृष्ण पिकॉक, कॉमन जेजेबेल, ऑरेंज ओकलीफ, फाईबार सवर्डटेल, इंडियन नवाब, येलो गोर्गोन व नॉर्दर्न जंगल क्वीन के बीच कड़ा मुकाबला है। इस राष्ट्रीय तितली की दौड़ में मप्र की ये तीन तितलियां भी हैं, जिनमें इंदौर की जेजेबेल तितली भी है। राष्ट्रीय तितली चुनाव के लिए एक लिंक भी बनाई गई है, जिसमें तितलीप्रेमी अपना मत दे सकते हैं। 10 सितंबर से शुरू हुई राष्ट्रीय तितली चुनाव की प्रक्रिया 7 अक्टूबर तक चलेगी।
प्रदूषण के चलते लुप्त हो रही तितलियां
खेती में पेस्टिसाइड के उपयोग व प्रदूषण से तितलियों पर संकट छा रहा है। पहले घर के आसपास हरियाली व बगीचों में फूलों पर तितलियां मंडराती दिखती थीं, मगर धीरे-धीरे इनकी संख्या घटती जा रही है। इसलिए सरकार द्वारा पर्यावरण, पर्यटन व वन्यजीव प्रेमियों के लिए तितलियों के सरंक्षण सहित इनकी प्रजातियों के संवर्धन यानी बढ़ावे के लिए तितली पार्क बनाए जा रहे हैं।
इंदौर में 80 प्रजाति की तितलियां
वर्ष 2018 तक देश में तितलियों की प्रजाति 1318 थीं, जो अब 1327 हो गई हैं। अकेले मध्यप्रदेश में ही लगभग 130 से ज्यादा प्रजातियां हैं , वहीं इंदौर में लगभग 80 प्रजातियां हैं।
यहां तितली पार्क बनाने का प्रस्ताव
तितली संरक्षण व संवर्धन संबंधित अभियान के तहत वन विभाग की डा. आंबेडकर नर्सरी के पास तितली पार्क बनाने की कवायद शुरू हो गई है। महू-मंडलेश्वर सडक़ से 1 किलोमीटर दूर बडग़ोंदा में वन विभाग की नर्सरी है, जहां कई प्रजातियों के पौधे लगाए जाते हैं। वन विभाग द्वारा कई सालों से नर्सरी संचालित की जा रही है। नर्सरी में 75 से ज्यादा प्रजातियों की तितलियां हैं। वल्र्ड लाइफ एंड नेचर कांफ्रेंस व भारतीय वन सेवा के रिटायर्ड वन अधिकारी ने तितली पार्क व ईको टूरिज्म सेंटर बनाने का प्रस्ताव तैयार कर मध्यपद्रेश शासन के वन विभाग को भेजा है। मंजूरी मिलते ही तितली संरक्षण व संवर्धन पार्क बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा पिछले दिनों वन मंत्री ने रालामंडल में नाइट सफारी प्रोग्राम के दौरान वन विभाग के अधिकारियों को तितली पार्क बनाने की बात कही थी। वन विभाग यहां भी तितली पार्क बनाने का प्रस्ताव बना रहा है।
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