नई दिल्ली । भारत सरकार (Government of India)ने गुरुवार को कहा कि वह बेल्जियम सरकार(Belgian Government) के साथ मिलकर भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी (businessman Mehul Choksi)के प्रत्यर्पण पर तेजी से काम कर रही है, ताकि वह 13,000 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में भारत में मुकदमे का सामना कर सके। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर उन्हें बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है। हम बेल्जियम के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि उन्हें भारत लाया जा सके और मुकदमे की कार्यवाही आगे बढ़े।”
बेल्जियम सरकार ने सोमवार को पुष्टि की थी कि 65 वर्षीय चोकसी को शनिवार को एंटवर्प शहर में गिरफ्तार किया गया, जो भारत की ओर से प्रत्यर्पण अनुरोध के बाद हुआ। चोकसी जनवरी 2018 में भारत से फरार हो गया था। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने सबसे पहले सितंबर 2024 में बेल्जियम को चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध भेजा था। इसके बाद इस साल की शुरुआत में CBI ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से पुनः अनुरोध भेजा।
चोकसी की ओर से जमानत की तैयारी
मेहुल चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा है कि वे जमानत की अपील दायर करने की प्रक्रिया में हैं। वकील ने कहा, “हम जमानत की याचिका मुख्य रूप से उनकी स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर दाखिल करेंगे क्योंकि वे कैंसर के उपचार से गुजर रहे हैं। साथ ही हम यह भी तर्क देंगे कि उनका फ्लाइट रिस्क (भागने का खतरा) नहीं हैं।”
PNB घोटाले में चोकसी और नीरव मोदी
चोकसी, उनके भांजे और हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके कुछ पारिवारिक सदस्य 2018 में CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दर्ज किए गए ₹13,000 करोड़ के PNB घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। यह घोटाला मुंबई की ब्रैडी हाउस ब्रांच में हुआ था। नीरव मोदी फिलहाल लंदन की जेल में बंद है। भारत प्रत्यर्पण करवाने की कोशिश कर रहा है। नीरव मोदी को 2019 में ED और CBI के अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया था। उसे पहले ही भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है।
CBI और ED दोनों ही एजेंसियां चोकसी और नीरव मोदी के खिलाफ कई आरोपपत्र और प्रॉसिक्यूशन कंप्लेंट्स दाखिल कर चुकी हैं।
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