नई दिल्ली (New Delhi) । पाकिस्तान (Pakistan) में आम चुनाव (General election) की तैयारियां अंतिम दौर में हैं. पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने आगामी 8 फरवरी को होने वाले आम चुनावों के लिए योजना बताई है. करीब 12.8 करोड़ मतदाता (voter) अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. देशभर में कुल 90,675 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे. चुनावी निकाय ने कहा कि पाकिस्तान के चार प्रांतों में मतदान केंद्र स्थापित किये जा रहे हैं.
पंजाब में 50,944 मतदान केंद्र स्थापित किए जाने हैं, जबकि सिंध में 19,006 मतदान केंद्र होंगे. इसी तरह खैबर पख्तूनख्वा में 15,697 और बलूचिस्तान में 5,028 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे. ईसीपी द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, करीब 25,320 मतदान केंद्र पुरुषों के लिए जबकि 23,952 मतदान केंद्र महिलाओं के लिए बनाए गए हैं. ईसीपी ने कहा कि पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए 41,403 संयुक्त मतदान केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे.
चुनाव प्रबंधन प्रणाली का सफलतापूर्वक अभ्यास
ईसीपी ने इससे पहले कहा था कि उसने प्रयोग के आधार पर चुनाव प्रबंधन प्रणाली (ईएमएस) का सफलतापूर्वक अभ्यास किया है, जिसके उपयोगी और उत्साहजनक परिणाम मिले हैं. ईसीपी प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि कुल मिलाकर निर्वाचन अधिकारी संतोषजनक परिणाम देने में कामयाब रहे. हालांकि, अभ्यास के दौरान कुछ बिंदुओं पर कनेक्टिविटी चुनौतियों के कारण कुछ निर्वाचन अधिकारी अधिकारियों को परिणाम भेजने में मामूली समस्याएं हुईं. प्रवक्ता ने कहा कि इन चुनौतियों का तुरंत समाधान किया जा रहा है. मतदान के दिन, नेशनल सुपरवाइजर ग्रुप (सीओजी) के सदस्य पूरे पाकिस्तान में चुनाव प्रक्रिया के सभी प्रस्तावों का निरीक्षण और विचार करेंगे, जिसमें मतदान के लिए मतदान और मतदान प्रक्रिया से लेकर मतपत्रों की गिनती और परिणामों की घोषणा तक शामिल है.
राजनीतिक दलों के घोषणापत्र
पाकिस्तान को 2022 में बाढ़ से तबाही का सामना करना पड़ा था और यही वजह है कि आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव में पाकिस्तान की दो सबसे प्रमुख पार्टियों ने अपने चुनावी घोषणापत्र में प्राकृतिक आपदा के मुद्दे को प्रमुखता दी है. एक आंकड़े के मुताबिक 2022 की बाढ़ की वजह से पाकिस्तान की लगभग 3.30 करोड़ आबादी प्रभावित हुई थी.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नीत पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो जरदारी की अध्यक्षता वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने अपने-अपने घोषणापत्र जारी किए और मतदाताओं से कई वादे किए. दोनों पार्टियों के घोषणापत्रों में प्राकृतिक आपदा से संबंधित मुद्दे पर जोर किया और इसके असर को कम करने के लिए कदम उठाने का वादा किया. जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता वाली तीसरी सबसे अहम पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अभी तक कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया है. हालांकि, पार्टी जब सत्ता में थी तो उसने हरित विकास पर जोर दिया था.
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