भोपाल। वृद्धि व ध्रुव योग के शुभ संयोग में शुक्रवार को धूमधाम से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी। मंदिरों में ब्रह्म मुहूर्त से ही विष्णुसहस्त्रनाम के पाठ शुरू होंगे। रात्रि 12 बजे घड़ी की सुईयों के मिलन के साथ ही जन्मोत्सव मनाया जाएगा। पंडित रामजीवन दुबे गुरुजी ने बताया कि भाद्रपद कृष्ण पक्ष अ ष्टमी शुक्रवार को वृद्धि और ध्रुव योग में भगवान श्रीकृष्ण का 5250वां जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जन्माष्टमी का पर्व अष्टमी तिथि के आठवें मुहूर्त में मनाया जाता है, जो कि 19 अगस्त को रहेगा। 18 अगस्त को सप्तमी तिथि रात 9:20 तक रहेगी। इसके बाद अष्टमी की तिथि शुरू होगी, जो कि 19 अगस्त तक रहेगी।
जन्माष्टमी के लिए शहर के लक्ष्मीनारायण मंदिर बिड़ला में सजावट की सभी तैयारियां हो गई है। मंदिर में शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। रात्रि एक बजे तक मंदिर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुला रहेगा। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए है। मंदिर के मैनेजर केके पांडे ने बताया कि शाम साढ़े सात बजे से भजन संध्या का आयोजन किया है। दादाजी धाम मंदिर रायसेन रोड में ब्रह्मï मुहूर्त से कार्यक्रम शुरु होंगे। श्री चार भुजाजी मेवाड़ मंडल द्वारा पांच नंबर स्टाप शिवाजी मंदिर में रात्रि कार्यक्रम शुरू होंगे। मां दुर्गा धाम नौ माताएं मंदिर अशोक विहार में जन्मोत्सव की विशेष तैयारियां की गई है। श्रीजी मंदिर में प्रभु श्रीनाथ के वस्त्र तैयार किए जा रहे हैं। विशेष वस्त्र बनाए जा रहे हैं