लखनऊ । उत्तर प्रदेश (UP) दूसरे चरण के मतदान (2nd Phase Polling) के लिए तैयार (Prepared) है जो सोमवार (Monday) को होगा। इस चरण में नौ जिलों (9 Districts) में फैली 55 विधानसभा सीटों (55 Assembly Seats) पर वोट डाले जाएंगे (Votes will be Cast) । केंद्रीय बलों और पुलिस की ओर से अतिरिक्त चौकसी के अलावा सोशल मीडिया पर चौबीसों घंटे नजर रखी जाएगी। आठ संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों बिजनौर, संभल और सहारनपुर पर विशेष फोकस रहेगा।
राजनीतिक दलों के बीच स्पष्ट प्रतिद्वंद्विता, अपराधियों की उपस्थिति, सांप्रदायिक और जातिगत तनाव होने की स्थिति में एक निर्वाचन क्षेत्र को ‘संवेदनशील’ घोषित किया जाएगा। बिजनौर में संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र नगीना हैं, जो एससी, धामपुर और बिजनौर के लिए आरक्षित हैं। सहारनपुर में देवबंद, रामपुर मनिहारन और गंगोह निर्वाचन क्षेत्रों और संभल, असमोली पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
अतिरिक्त डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि आठ निर्वाचन क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा, जबकि सोशल मीडिया सेल फर्जी सूचनाओं और भड़काऊ पोस्ट पर नजर रखेगा। एडीजी ने आगे कहा कि सी-प्लान स्मार्टफोन एप्लिकेशन का इस्तेमाल हर गांव के 10 चुनिंदा लोगों को डीजीपी कंट्रोल रूम से जोड़कर असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए भी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश की 55 विधानसभा सीटों के लिए जोरदार प्रचार, जो 14 फरवरी को सात चरणों के चुनाव के दूसरे चरण में मतदान के लिए जा रहे हैं, शनिवार शाम को समाप्त हो गया। वरिष्ठ नेताओं ने अपने पार्टी उम्मीदवार के लिए अंतिम समय में प्रचार किया।
सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली और शाहजहांपुर के नौ जिलों में फैली सीटों के साथ इस चरण में 586 उम्मीदवार मैदान में हैं।इस चरण में मतदान वाले क्षेत्रों में बरेलवी और देवबंद संप्रदायों के धार्मिक नेताओं से प्रभावित मुस्लिम आबादी काफी बड़ी है। इन इलाकों को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है।
55 सीटों में से, भाजपा ने 2017 में 38 सीटें जीती थीं, जबकि समाजवादी पार्टी ने 13 और कांग्रेस और बसपा को दो-दो सीटें मिली थीं। सपा और कांग्रेस ने पिछला विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था। सपा द्वारा जीती गई 15 सीटों में से 10 पर मुस्लिम उम्मीदवार विजयी हुए थे।
इस चरण में प्रमुख चेहरों में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान, धर्म सिंह सैनी, और यूपी के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना शामिल हैं। मोहम्मद आजम खान को उनके गढ़ रामपुर सीट से मैदान में उतारा गया है और वह सलाखों के पीछे से चुनाव लड़ रहे हैं। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को सुआर सीट से मैदान में उतारा गया है।
शाहजहांपुर से सुरेश खन्ना को मैदान में उतारा गया है, जबकि नकुड़ विधानसभा क्षेत्र से धर्म सिंह सैनी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अन्य मंत्री बिलासपुर से बलदेव सिंह औलख, बदायूं से महेश चंद्र गुप्ता और चंदौसी से गुलाब देवी हैं। बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया आरोन समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद बरेली छावनी से चुनाव लड़ रही हैं।
बीजेपी, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बसपा ने इस चरण में एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए जमकर प्रचार किया है।
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