भोपाल। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी जारी है, वहीं अब साढ़े सात लाख मीट्रिक टन गेहूं बेचने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सरकार ने निविदा जारी कर दी है। ये गेहूं पिछले वर्ष का है। सरकार ने किसानों को साधने 37 लाख मीट्रिक टन गेहूं तय गुणवत्ता के मानदंडों से नीचे खरीदा था। इसमें से साढ़े सात लाख मीट्रिक टन गेंहू बेचा जा चुका है। इसके चलते केन्द्र ने इसे लेने से मना कर दिया था। अब सरकार गेहूं को खुले बाजार में बेचने की तैयारी कर रही है। गेहूं खरीदने आइटीसी सहित कई बड़ी कंपनियों ने रुचि दिखाई है। सरकार का मानना है कि केंद्र ने जो गेहूं लेने से मना कर दिया है, उसे बाजार में अच्छी कीमतों पर बेचा जा सकता है। वजह यह है कि यूक्रेन और रूस सबसे ज्यादा गेहूं का निर्यात करते हैं। दोनों देशों में इस वर्ष गेहूं का उत्पादन नहीं हुआ है। खुले बाजार में गेहूं की कीमत ज्यादा होने से समर्थन मूल्य पर खरीदी कम हो रही है। पिछले वर्ष 3 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा गया था। इस वर्ष अभी तक 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं प्रदेश में खरीदा गया है। सरकार 100 लाख मीट्रिक टन खरीदी का अनुमान लगा रही थी। अब इससे आधे का ही अनुमान है।
इन जिलों में खरीदी
भोपाल, नर्मदापुरम (होशंगाबाद), जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर और चंबल संभाग में 4 अप्रैल से 16 मई तक खरीदी होगी। इनमें भोपाल, रायसेन, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम्, हरदा, बैतूल, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिले शामिल हैं।
12 समितियां खरीदी कर रही है गेंहू
भोपाल में 77 सेंटरों पर गेहूं खरीदी हो रही है। इनमें 65 गोदामों में सीधे गेहूं खरीदा जा रहा। वहीं, 12 समितियां खरीदी कर रही है।। स्टील सायलो मुगालिया कोट में भी खरीदी की जाएगी। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सभी सेंटरों पर कम से कम 8 इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे रखने और दिन में 2 हजार क्विंटल तक गेहूं खरीदने के निर्देश दिए हैं।
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