इन्दौर (Indore)। पिछले साल अगस्त में शुरू हुई इंदौर-नई दिल्ली त्रिसाप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन (वाया रतलाम-कोटा) को रेलवे प्रतिदिन चलाने की तैयारी कर रहा है। ट्रेन को मिल रही अच्छी यात्री संख्या (passenger number) के कारण इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड बनाकर तैयार कर रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुमति मिलने के बाद अगले कुछ महीनों में ट्रेन रोज चलने की संभावना जताई जा रही है।
यह ट्रेन (20957) इंदौर से हर बुधवार, शुक्रवार और रविवार शाम 4.45 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 4.30 बजे नई दिल्ली पहुंचती है। वापसी में यह ट्रेन (20958) नई दिल्ली से हर गुरुवार, शनिवार और सोमवार रात 7.15 बजे चलकर अगले दिन सुबह 6.45 बजे इंदौर आ जाती है। इंदौर-नई दिल्ली इंटरसिटी की तुलना में यह सुपरफास्ट ट्रेन नई दिल्ली पहुंचने में सवा घंटे कम समय लेती है। इसके अलावा मथुरा आने-जाने वाले यात्री भी इसका उपयोग करते हैं।
खासतौर पर मथुरा से इंदौर आने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन का समय बहुत सुविधाजनक है। यह ट्रेन मथुरा से रात नौ बजे चलकर सुबह इंदौर आ जाती है। यदि ट्रेन को रोज चलाया जाता है, तो रेलवे बोर्ड को पश्चिम रेलवे को एक अतिरिक्त रैक भेजना होगा। फिलहाल नई दिल्ली सुपरफास्ट ट्रेन एक ही रैक से चलाई जा रही है, यानी जो रैक इंदौर से जाता है, वही रैक नई दिल्ली से अगले दिन इंदौर के लिए भेजा जाता है।
इंटरसिटी पर दबाव कम हुआ
इंदौर-नई दिल्ली त्रिसाप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस जिन तीन दिनों चलती है, उन दिनों इंदौर-नई दिल्ली इंटरसिटी ट्रेन पर यात्री दबाव कम हो जाता है। हालांकि, इंटरसिटी में भी वेटिंग लगातार बनी रहती है, इसलिए त्रिसाप्ताहिक ट्रेन को नियमित चलाने की तैयारी हो रही है। इंटरसिटी ट्रेन सुपरफास्ट ट्रेन निकलने के 35 मिनट बाद इंदौर से रवाना होती है। इतने कम समय के अंतराल पर एक ही शहर के लिए दोनों ट्रेन पैक चलना यह दर्शाता है कि इंदौर-नई दिल्ली के बीच यात्रियों की जबरदस्त आवाजाही है।
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