- विभा पटेल पर बढ़ेगा महिला मोर्चा अध्यक्ष से इस्तीफा देने का दबाव
भोपाल। नगर निगम भोपाल में कांग्रेस प्रत्याशी विभा पटेल की हार का ठीकरा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सिर फोड़ा जा रहा है। क्योंकि 16 नगर निगमों में से भोपाल महापौर का टिकट ही दिग्विजय सिंह की पसंद का था। इतना ही नहीं प्रत्याशियों को जिताने के लिए दिग्विजय सिंह ने वार्ड स्तर पर प्रचार किया। इस हार के बाद कांगे्रस में ही सवाल उठना शुरू हो गए हैं कि ‘क्या दिग्विजय सिंह अब भोपाल की राजनीति छोड़ेंगेÓ। तीन साल पहले दिग्विजय सिंह खुद भोपाल सांसद का चुनाव बड़े अंतर से हारे थे। उनकी समर्थक महापौर प्रत्याशी विभा पटेल भी बड़े अंतर से हार गई हैं।
कांग्रेस में जिस तरह से ग्वालियर की जीत को नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह, छिंदवाड़ा की जीत को कमलनाथ और जबलपुर की जीत को तन्खा की जीत बताया जा रहा है। उसी तरह कांग्रेस के भीतर ही भोपाल की हार को दिग्विजय सिंह की हार माना जा रहा है। कांग्रेस की भोपाल महापौर की हार दिग्विजय सिंह और विभा पटेल के राजनीतिक जीवन को काफी प्रभावित करने वाली है। संभवत: विभा पटेल का यह आखिरी चुनाव है। इस हार के बाद विभा पटेल पर मप्र महिला कांगे्रस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का दबाव भी बढ़ेगा। क्योंकि कांग्रेस के भीतर कई महिला नेत्री भोपाल की हार के बाद सक्रिय हो गई हैं। वे इस इंतजार में हैं कि नैतिकता के आधार पर विभा पटेल महिला कांग्रेस का अध्यक्ष पद कब छोड़ती हैं। हालांकि इस फैसला पीसीसी चीफ कमलनाथ करेंगे कि विभा पटेेल महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहेंगी या फिर हटेंगी।