इंदौर। ईको फ्रेंडली परिसर ग्रीनरी और अस्पताल से निकलने वाले वेस्ट का रियूज जैसे मानकों पर पीसी सेठी अस्पताल का राज्यस्तरीय टीम ने दौरा किया। जांच करते हुए टीम ने सात मानकों पर कायाकल्प अभियान के लिए अस्पताल के अवार्ड की दावेदारी जांची। प्रदेश सरकार की ओर से स्वास्थ्य संस्थाओं को संक्रमण मुक्त बनाने और मरीजों के लिए अस्पतालों में बेहतरीन माहौल बनाने के लिए कायाकल्प अवार्ड प्रदान किए जा रहे हैं। कायाकल्प अवार्ड के लिए तय मानकों को बढ़ाकर सात कर दिया गया है, जिसमें ग्रीनरी संक्रमण मुक्त के साथ-साथ ओपीडी इमरजेंसी वार्ड, आईसीयू, पीआईसीयू, डायलिसिस, लेबर रूम आदि में व्यवस्थाओं के साथ-साथ यहां से निकलने वाले वेस्ट को रियूज कैसे किया जाएगा, शामिल किया गया है। इसी तर्ज पर पीसी सेठी अस्पताल को संक्रमण मुक्त और ईको फ्रेंडली बनाते हुए कायाकल्प किया गया है, जिसकी राज्यस्तरीय टीम ने जांच की।
पहले मिला था सांत्वना पुरस्कार
ज्ञात हो कि अस्पताल ने कायाकल्प अवार्ड के लिए दावेदारी पहले भी की थी, लेकिन तय मानकों पर खरे नहीं उतरने के चलते सांत्वना पुरस्कार से ही संतोष करना पड़ा था। इस बार कलेक्टर इलैया राजा ने खुद पीसी सेठी अस्पताल का दौरा किया और उसे संक्रमण मुक्त बनाने के लिए वृहद अभियान छेडक़र काम करने के निर्देश दिए थे। राज्य स्तर से पहुंची टीम ने अस्पताल के इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ बायोमेडिकल बेस्ट निपटान, लेबर रूम के साथ ही ओपीडी सुविधाएं देंखी। इसके साथ ही किचन, पार्किंग, हर्बल गार्डन, पीआईसीयू, डायलिसिस, ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड के साथ बायोमेडिकल वेस्ट और आक्सीजन प्लांट के साथ-साथ सभी वार्डों का निरीक्षण किया।
इस तरह से होती है मार्किंग
निरीक्षण के दौरान टीम द्वारा पानी की व्यवस्था, हरियाली से लेकर कचरे का यूज, पर नम्बर दिए जाते हैं। इन्फेक्शन कंट्रोल को लेकर टीम, डाक्टर व स्टाफ द्वारा रखी जाने वाली सावधानियों की मार्किंग की जाती है। वार्डों में बेस्ट मैनेजमेंट की मार्किंग में सॉलिड, बायोमेडिकल और लिक्विड मटेरियल के लिए अलग-अलग डस्टीिन का उपयोग हो रहा है कि नहीं, जांच में शामिल होते हैं, साथ ही अस्पताल की बिल्ड़िंग से लेकर वार्डों में टेबल-कुर्सी, पर्दे, चादर, रजिस्टर सहित हर चीजों की जांच की जाती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved