इंदौर, कमलेश्वरसिंह सिसौदिया। देवी अहिल्यबाई होल्कर सब्जी मंडी से विवाद का नाता लम्बा हो गया है। सुधार की कवायदें भी होती है, लेकिन इसमें कोई खास बदलाव नहीं होता है। हाल ही मे मंडी में प्रवेश को लेकर नाके पर कर्मचारियों और किसान के बीच विवाद हुआ था, जिसको लेकर मंडी में वाहनों के प्रवेश की आनलाइन व्यवस्था की मांग उठी थी। मंडी प्रशासन ने टीम बनाकर गुजरात, राजस्थान, पंजाब, उत्तरप्रदेश और महाराष्ट्र की मडियों मे वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचाई थी। टीम अपनी रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करेगी, जिसके बाद आनलाइन प्रवेश व्यवस्था का खाका तैयार किया जाएगा।
प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम सब्जी मंडी में नाके पर प्रवेश को लेकर कर्मचारियों की सांठगांठ और वाहनों के शुल्क लिए बगैर छोडऩे की शिकायतों का लम्बा दौर रहा है, जब भी विवाद होता है तो वाहनों के प्रवेश के लिए आनलाइन व्यवस्था की बात की जाती है। लेकिन इस बार विवाद के बाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा और गुजरात के बड़ौदा, अहदाबाद, राजकोट, जूनागढ़, राजस्थान के कोटा जयपुर और पंजाब, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र में अलग अळग स्थानों पर मंडियों के निरीक्षण के लिए टीम पहुंचाकर वहां पर मंडी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।
मंडी में नाके पर वाहनों के प्रवेश की आनलाइन व्यवस्था और अनुज्ञा भी इसी क्रम में ऑनलाइन एक साथ जोडऩे की कवायद इंदौर की मंडी में भी की जा रही है। बाहर गई टीम ने अपनी रिपोर्ट मंडी समिति और प्रशासन के सामने रखी जाएगी। इसके बाद ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया की व्यवस्था को देखा जाएगा। मंडी सचिव ने भी आड़तियों के साथ बैठक कर आनलाइन व्यवस्था की रूपरेखा तैयार की है, जल्द ही नई व्यवस्था को अमलीजामा पहनाया जाएगा। मंडी में वाहनों के प्रवेश और मंडी शुल्क के अतिरिक्त राशि लेने की शिकायतें भी हैं।
व्यवस्था के बदलाव के लिए बाहर दल पहुंचाए थे
मंडी में किसानों को दिक्कत न हो, इसका लगातार ध्यान रखा जा रहा है। वाहनों के प्रवेश को आनलाइन करने की कवायद जारी है। सुधार व्यवस्था के लिए दूसरे प्रदेशों में मंडी निरीक्षण के लिए दल पहुंचा गए थे, जो अब आ चुके हैं। जल्द ही नई व्यवस्था सबके सामंजस्य में बनाई जाएगी। -नरेश परमार, मंडी सचिव
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