- मुख्यमंत्री ने कहा तैयारी पूरी, हालात से मिलकर निपटेेंगे
भोपाल। देश में कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं प्रदेश में भी कोरेाना का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। शनिवार को राजधानी भोपाल में कोरोना के 42 मामले सामने आए हैं। बढ़ते आंकड़ों को कोरेाना की तीसरी लहर बताया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इसे तीसरी लहर का संकेत बता रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरेाना से निपटने की तैयारी पूरी है। समाज के साथ मिलकर इसका सामना किया जाएगा। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है।
नए साल के पहले दिन प्रदेश में 168 नए केस आए हैं। एक दिन पहले ही 124 मरीज मिले थे। 7 महीने बाद कोरोना फिर पीक की ओर बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा 80 मरीज इंदौर के और 59 मरीज भोपाल के शामिल हैं। उज्जैन, खंडवा, जबलपुर में 1-1 पॉजिटिव मिला है। ग्वालियर में 6 नए केस आए हैं। छिंदवाड़ा में 2, सागर में 5 मरीज मिले हैं। पिछले साल दिसंबर के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में हर रोज औसतन 1000 मरीज मिल रहे थे। इनकी संख्या जनवरी में घटना शुरू हुई और अंतिम सप्ताह में औसतन 200 मरीज तक आ गई थी। फरवरी तक यही स्थिति रही। इसके बाद लोग बेफिक्र हो गए और मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग करना छोड़ दिया। नतीजा यह रहा मार्च के पहले सप्ताह में संक्रमितों की 400 तक पहुंच गई, जो मार्च के अंतिम सप्ताह में 2000 के पार थी। अप्रैल में हर रोज नए मरीजों की संख्या 10 हजार के पार थी। संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इससे भी लगता है कि सिर्फ 14 दिन में प्रदेश में 633 और भोपाल में 146 मरीज बढ़ गए। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भोपाल में कलियासोत पहाड़ी स्थित पंडित खुशीलाल आयुर्वेद अस्पताल में 6 महीने बाद दोबारा कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। यहां पर करीब 300 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं। इसमें पहली बार 200 बेड ऑक्सीजन के रहेंगे। ओमिक्रॉन के 10 केस
मध्य प्रदेश में ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या बढ़कर 10 हो गई। शनिवार को ही छिंदवाड़ा में 26 साल की स्टूडेंट की रिपोर्ट में ओमिक्रॉन म्यूटेंट मिला। वह नीदरलैंद (यूरोपियन कंट्री) से लौटी है। इससे पहले इंदौर में भी 9 ओमिक्रॉन केस मिल चुके हैं।