नई दिल्ली । कैंसर (cancer), सबसे घातक बीमारियों में से एक है। हर साल लाखों लोगों की मौत इस रोग के कारण हो जाती है। दुनियाभर में तेजी से बढ़ते इस गंभीर रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 4 फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ (World Cancer Day) के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक वायु प्रदूषण (air pollution), आहार में पौष्टिकता की कमी, शारीरिक निष्क्रियता और विभिन्न प्रकार के रसायनों के संपर्क में आने के कारण पिछले दो दशकों में कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ गया है। कैंसर सबसे घातक रोग में से एक है, जो हर साल दुनिया भर में 9 मिलियन से अधिक लोगों की मौत का कारण बनता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यदि प्रारंभिक चरणों में ही कैंसर का निदान कर लिया जाए तो इससे ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। हालांकि चिंताजनक बात यह है कि ज्यादातर मामलों में लोगों को इसका पता ही तब चल पाता है जब कैंसर गंभीर स्थिति में पहुंच जाती है। कैंसर की स्थिति में शरीर के तमाम अंगों में इसके लक्षण देखे जा सकते हैं, आइए आगे की स्लाइडों में इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
त्वचा कैंसर के संकेत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक त्वचा का कैंसर, सबसे आम कैंसर में से एक है, इसके कारण शरीर के कई हिस्सों जैसे कि गर्दन, कान और चेहरे आदि पर लक्षण देखे जा सकते हैं। यदि आपको भी त्वचा पर मोती के आकार का उभार नजर आता है तो इससे सावधान हो जाना चाहिए। यह बेसल सेल कार्सिनोमा (एक प्रकार का त्वचा कैंसर) का निश्चित संकेत हो सकता है। सूर्य के प्रकाश के लगातार संपर्क में आने वाले शरीर के अंगों पर यह कैंसर विकसित हो सकता है। गांठ अलग-अलग आकार की हो सकती है। अधिकांश बेसल सेल कार्सिनोमा, सूर्य के प्रकाश से निकलने वाली पराबैंगनी (यूवी) विकिरण के लंबे समय तक संपर्क के कारण होता है।
त्वचा पर इन संकेतों को लेकर रहें सावधान
शरीर में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि के कारण कैंसर का खतरा हो सकता है। कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि के कारण त्वचा में होने वाले परिवर्तनों में एक या अधिक लक्षण हो सकते हैं। त्वचा पर मोती जैसा सफ़ेद या गुलाबी रंग का उभार दिखाई देना। उभार में कई बार घाव और रिसाव हो सकता है, जो कई हफ्तों तक बना रह सकता है। यदि आप अपने गर्दन, कान और चेहरे पर कोई भी लक्षण देखें तो तुरंत इस बारे में डॉक्टर से सलाह ले लें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कैंसर कई कारणों से हो सकता है। उम्र, कैंसर का पारिवारिक इतिहास, रसायनों के संपर्क में आना, रेडिएशन और प्रतिरक्षा को कम करने वाली दवाएं कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं। आनुवंशिक और उम्र से संबंधित कारकों के जोखिम को कम करने के लिए तो कुछ नहीं किया जा सकता है, हालांकि बेसल सेल कार्सिनोमा जैसे कैंसर के खतरे को कम करने के लिए कुछ सामान्य से उपाय करना फायदेमंद हो सकता है। इस बारे में सभी लोगों को जानना और सतर्कता बरतना आवश्यक है।
त्वचा कैंसर से कैसे करें बचाव?
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से प्राप्त जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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