भोपाल। प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिविटी से फिर बारिश होगी। आज भोपाल, इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम में बूंदाबांदी हो सकती है। इंदौर-रायसेन में बारिश भी हो चुकी है। मौसम वैज्ञानिक डॉ. पीके साहा ने बताया कि 13 जून से प्रदेशभर में प्री-मानसून पूरी तरह एक्टिव हो जाएगा और मानसून आने तक बना रहेगा। कई दिन से एक ही जगह अटका मानसून भी अब ट्रैक पर लौट रहा है। इस बारे में मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 11 जून से थोड़ी राहत मिलेगी। मानसून अगले दो दिन में महाराष्ट्र पहुंचने की संभावना है। महाराष्ट्र पहुंचने के अगले दो दिन में मुंबई तक पहुंचने की संभावना है। 15 जून के बाद मानसून मध्यप्रदेश पहुंच जाएगा। मौसम विशेषज्ञ आरके जेनामणि के मुताबिक अगले दो दिन में गोवा और महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों में मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। 15 जून से देश के मध्य और उत्तर के मैदानी इलाकों में मानसून की रफ्तार में तेजी आने की संभावना है।
प्रदेश में कहीं भी लू का असर नहीं
एक सप्ताह पहले तक प्रदेश में खूब गर्मी पड़ रही थी। कुछ जिलों में तो पारा 46 डिग्री के पार पहुंच गया था। लू का असर भी था, लेकिन प्री-मानसून एक्टिव होने के बाद लू का असर नहीं है। धूप का तीखापन भी कम हुआ है। हालांकि, अभी रात का पारा बढ़ा हुआ है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. पीके साहा ने बताया कि प्रदेश में एक बार फिर से प्री-मानसून के सक्रिय होने का असर मौसम में बदलाव के रूप में देखने को मिला। बुधवार को दिन का तापमान 45 डिग्री के नीचे आ गया। वहीं, कहीं भी लू नहीं चली। बारिश के साथ ही दिन-रात के पारे में और भी गिरावट होगी।
20 जून के बाद हो सकता है मानसून सेट
प्री-मानसून 20 जून तक एक्टिव रहेगा। इसके बाद मप्र में मानसून सेट हो सकता है। यानी, 20 जून के बाद कभी भी प्रदेश में मानसून की एंट्री हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अबकी बार मानसून खूब बरसेगा। जून-जुलाई में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
इसलिए तेज हुई गतिविधियां
प्री-मानसून की बारिश मेन मानसून के सेट होने तक चलती रहेगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून की रफ्तार धीमी है। अभी यह केरल और कर्नाटक के उत्तरी हिस्से में पहुंचा है।
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