भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में शुक्रवार को दिनभर तेज धूप निकलने के बाद शाम को राजधानी भोपाल (capital Bhopal) समेत कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश (rain with strong winds) भी हुई। माना जा रहा है कि प्रदेश में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू (Pre-monsoon activities begin) हो गई हैं। इसके चलते यहां बारिश हो रही है। खरगोन में करीब 25 मिनट तक तेज बारिश हुई। वहीं, विदिशा के सिरोंज, राजगढ़ और खंडवा भी तरबतर हो गए। राजधानी भोपाल में भी बारिश हुई। छिंदवाड़ा में भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। इंदौर समेत कई जिलों में बादल छाए रहे और कुछ इलाकों में हल्की बौंछारे भी गिरीं।
प्रदेश में नौतपा समाप्त होने के बाद 2 जून से भीषण गर्मी पड़ रही थी। शुक्रवार को भी सुबह से तेज धूप के चलते लोग गर्मी से परेशान रहे, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम में बदलाव आया और तेज हवाएं चलने के साथ आसमान में बादल छा गए। इस दौरान राजधानी भोपाल में हल्की बूंदाबांदा हुई, जबकि खरगोन, खंडवा, विदिशा समेत कई इलाकों में तेज बारिश हुई।
इसके अलावा बैतूल जिले के आमला क्षेत्र के चुटकी रतेड़ा में दोपहर करीब 3 बजे मौसम अचानक बदल गया। आंधी से घरों के छप्पर उड़ गए। कई घरों की दीवारें ढह गई। पेड़ भी उखड़ गए। एक घंटा जमकर हुई बारिश से चुटकी और शिवपुरी क्षेत्र तक जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। इसमें ट्रांसफार्मर और बिजली के खंभों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्राम चुटकी के निवासी अशोक इवने ने बताया कि घरों की सीटें उड़ गई। करीब 50 पेड़ उखड़ गए। अचानक हुई बारिश के बीच लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंच कर अपने आप को बचाया।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में प्री-मानसून की गतिविधियां शुरू होने से अधिकांश जिलों में राहत की बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। हालांकि, मानसून की बारिश के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं। मध्य प्रदेश में 20 जून के आसपास मानसून दस्तक दे सकता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शुक्रवार को खरगोन में 7 मिमी बारिश हुई। राजगढ़, छिंदवाड़ा और जबलपुर में भी तेज बारिश हुई। बारिश के बाद गर्मी का असर कम हुआ है। दिन के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। भोपाल में अधिकतम तापमान 41.9, इंदौर में 40, जबलपुर में 41.6 और ग्वालियर में 44.4 डिग्री दर्ज किया गया।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में मानसूनी हलचल तेज होने लगी है। हवाओं का रुख भी दक्षिण-पश्चिमी हो गया है। इससे वातावरण में नमी बढ़ने के कारण मध्य प्रदेश में मानसून पूर्व की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। शनिवार से इस गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। शनिवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभागों के जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में मानसून लगातार प्रगति कर रहा है। अरब सागर में भी गोवा तट के पास हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में ट्रफ के रूप में बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर मणिपुर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उत्तर-पूर्व मप्र से लेकर आंध्रप्रदेश तक भी एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इससे लगातार नमी आने लगी है। प्रदेश में 20 जून के आसपास मानसून दस्तक दे सकता है। जून माह में बारिश सामान्य होने का अनुमान है, लेकिन सीजन में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। (एजेंसी, हि.स.)
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