नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास ’10 जनपथ’ पर आज भी बड़ी बैठक चल रही है. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर आज भी कांग्रेस के बड़े नेताओं के सामने प्रेजेंटेशन दे रहे हैं. यह बीते चार दिनों में तीसरा मौका है जब प्रशांत किशोर कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में प्रेजेंटेशन देने 10 जनपथ पहुंचे हैं. कल भी 4 घंटे तक बैठक चली थी.
जानकारी के मुताबिक 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रशांत किशोर कांग्रेस की रणनीति बना रहे हैं. लोकसभा चुनाव के लिए प्रशांत किशोर पहले ही प्रेजेंटेशन दे चुके हैं. अब वह राज्यवार चुनावी रणनीति को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सामने प्रेजेंटेशन दे रहे हैं.
आज की मीटिंग में सोनिया गांधी, प्रशांत किशोर, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, अंबिका सोनी मौजूद हैं. मध्य प्रदेश पर भी आज की मीटिंग में चर्चा होगी. अगले साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है. इसलिए कमलनाथ भी इस बैठक में मौजूद हैं. इससे पहले 16 अप्रैल को भी प्रशांत किशोर की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक हुई थी.
कांग्रेस पार्टी को प्रशांत किशोर ने क्या सुझाव दिए हैं?
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रशांत किशोर ने सोनिया गांधी को सुझाव दिया है कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में अकेले दम पर चुनाव लड़ना चाहिए, जबकि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में उसे क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करना चाहिए.
उनके इस सुझाव पर राहुल गांधी ने अपनी सहमत दी है. एएनआई के मुताबिक सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के पास प्रशांत किशोर के प्रस्ताव पर विचार के लिए 2 मई तक का वक्त है, जिसमें कहा गया है कि देश की सबसे पुरानी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में 370 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करे, और कुछ खास राज्यों की सीटों पर वहां के क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन करे.
पीके के सुझावों पर क्या है कांग्रेसी नेताओं का रुख?
सोनिया गांधी के आवास ’10 जनपथ’ पर इसके पहले हुई बैठक में प्रियंका गांधी वाड्रा, मुकुल वासनिक, रणदीप सिंह सुरजेवाला और अंबिका सोनी मौजूद थे. हालांकि, प्रशांत किशोर और उनके प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस में असंतोष है, ऐसी खबरें आ रही हैं. क्योंकि वह उन दलों और नेताओं के साथ भी चुनावी रणनीति बनाने पर काम कर रहे हैं, जो सीधे तौर पर कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी हैं और पार्टी के साथ उनके अच्छे संबंध नहीं हैं.
इन नेताओं में बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएसआरसीपी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी और तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव शामिल हैं. प्रशांत किशोर ममता बनर्जी और जगनमोहन रेड्डी के लिए सफल चुनाव अभियान का संचालन कर चुके हैं. इन दोनों नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में सरकार बनाने में सफलता पाई है.
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