मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों (maharashtra assembly elections) में भाजपा (BJP) की भारी जीत के बाद, अजित पवार (Ajit Pawar) के नेतृत्व वाली एनसीपी (NCP) पर अलग-थलग पड़ने का संकट गहराता दिख रहा है। इस राजनीतिक परिदृश्य में अब अजित पवार और उनके सहयोगियों को शरद पवार की अहमियत का अहसास होने लगा है। एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने हाल ही में दोनों धड़ों के एकजुट होने की सार्वजनिक अपील करते हुए इसे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की साझा इच्छा बताया।
अजित पवार की मां आशा पवार ने नए साल पर पंढरपुर स्थित विठ्ठल-रुक्मिणी मंदिर में प्रार्थना करते हुए शरद पवार और अजित पवार के बीच सभी मतभेद खत्म होने की कामना की। उन्होंने कहा, “मैंने प्रार्थना की कि शरद पवार और अजित पवार फिर से एक हो जाएं और सभी विवाद समाप्त हो जाएं।” उनके इस बयान के बाद पार्टी के कई नेताओं ने भी ऐसा ही संदेश दिया।
प्रफुल्ल पटेल ने इसे भावनात्मक मुद्दा बताते हुए कहा, “शरद पवार हमारे देवता हैं। यदि परिवार एकजुट हो जाता है, तो यह हम सभी के लिए खुशी की बात होगी।” वहीं, एनसीपी विधायक नरहरि जिरवाल ने भी शरद पवार के प्रति अपनी वफादारी व्यक्त की और कहा कि उन्हें शरद पवार से अलग होने पर असहजता महसूस होती है।
भाजपा ने इस पर तटस्थ रुख अपनाया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि यदि दोनों धड़े फिर से एकजुट होते हैं, तो पार्टी को कोई आपत्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा, “यह उनका पारिवारिक मामला है और निर्णय उन्हें ही लेना होगा।”
ज्ञात हो कि अजित पवार ने जून 2023 में एनसीपी से अलग होकर 40 विधायकों के साथ भाजपा और शिवसेना के साथ गठबंधन किया था। हालांकि, नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (शरद) ने 86 में से सिर्फ 10 सीटें जीतीं, जबकि अजित पवार की एनसीपी ने 29 सीटें हासिल कीं। अब हालिया बयानों के बाद ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि एनसीपी के दोनों धड़े अपने मतभेदों को भुलाकर एकजुट हो पाते हैं या नहीं।
एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर के कपिल नगर इलाके में 26 दिसंबर को आरोपी उत्कर्ष ढकोले (25) ने अपने माता-पिता की हत्या की। उन्होंने बताया कि यह दोहरा हत्याकांड बुधवार सुबह उस दौरान सामने आया जब पड़ोसियों ने घर से दुर्गंध आने की शिकायत की।
महाराष्ट्र के नागपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले एक छात्र ने अपने माता-पिता की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि ऐसी आशंका है कि छात्र की शिक्षा और करियर को लेकर माता-पिता से मतभेद होने के कारण उसने यह कदम उठाया।
एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर के कपिल नगर इलाके में 26 दिसंबर को आरोपी उत्कर्ष ढकोले (25) ने अपने माता-पिता की हत्या की।
उन्होंने बताया कि यह दोहरा हत्याकांड बुधवार सुबह उस दौरान सामने आया जब पड़ोसियों ने घर से दुर्गंध आने की शिकायत की। पुलिस उपायुक्त (जोन वी) निकेतन कदम ने बताया कि उत्कर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद उसने हत्या की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि उनके शव बुरी तरह गल गए थे।
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान लीलाधर ढकोले (55) और उनकी 50 वर्षीय पत्नी अरुणा के रूप में हुई है। उन्होंने बताया, ‘उत्कर्ष ने कथित तौर पर 26 दिसंबर को दोपहर के समय अपनी मां की गला घोंटकर हत्या कर दी और बाद में शाम 5 बजे घर लौटने पर अपने पिता की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने शवों को वहीं छोड़ दिया।’
अधिकारी ने बताया कि उत्कर्ष की मां शिक्षिका थी और पिता एक बिजली संयंत्र में तकनीशियन और सामाजिक कार्यकर्ता थे। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि उत्कर्ष के खराब शैक्षणिक रिकॉर्ड और करियर को लेकर हुए विवाद के कारण उसने अपने माता-पिता की हत्या की।
कदम ने बताया, ‘उत्कर्ष इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान कई विषयों में पास नहीं हो पाया था। इसलिए उसके माता-पिता चाहते थे कि वह कुछ और पढ़ाई करे। लेकिन वह उनका सुझाव नहीं मानना चाहता था।’ अधिकारी ने बताया कि दोहरा हत्याकांड का खुलासा होने के बाद उत्कर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया।
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