उज्जैन: कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) कि शिव महापुराण कथा (Shiva Mahapurana Katha) इन दिनों अवंतिका नगरी उज्जैन में चल रही है. इस कथा में लाखों श्रद्धालु शिरकत कर रहे हैं. इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा कहा, ‘मैं ना कोई पर्चा लिखता हूं, ना कोई भविष्यवाणी (any predictions) करता हूं. हमें भगवान पर भरोसा है, जिससे हमारा जीवन सार्थक होगा.’
इसी बीच उन्होंने शिरडी साईं बाबा (Sai Baba) को लेकर चल रहे विवाद पर भी अपनी राय रखी और कहा, ‘हमारे सनातन धर्म में देवी-देवताओं की कोई कमी नहीं है. हम उन्हीं को पूज लें, वही आनंद का विषय है.’ यानी कि सीधे तौर पर पंडित प्रदीप मिश्रा ने साईं बाबा को सनातन से पृथक रखने की कोशिश की है.
जब उनसे सवाल पूछा कि गया कि क्या उन्होंने भविष्यवाणी वाली बात बागेश्वर धाम के लिए कही? तो पंडित प्रदीप मिश्रा ने जवाब दिया कि उन्हें धीरेंद्र शास्त्री से ऐसा कोई विषय नहीं है. बस इतना जानते हैं कि शंकर भगवान का भजन करें. वह स्वयं कालाधिपाति हैं, दुनिया का भाग्य लिखने वाले हैं.
मध्य प्रदेश में इन दिनों शिव महापुराण की कथा में पंडित प्रदीप मिश्रा का जलवा बरकरार है. उज्जैन में आयोजित की जा रही विक्रमादित्य महाकाल राजा शिव महापुराण कथा में लाखों की संख्या में भक्तगण पहुंच रहे हैं. उज्जैन के मुरलीपुरा में 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक कथा का आयोजन होना है और आयोजकों का ऐसा अनुमान है कि लगभग 4-5 लाख भक्त हर रोज कथा सुनने के लिए आएंगे. इसीलिए कथा स्थल पर विशाल डोम लगाए गए हैं. देखने वाली बात यह है कि पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने के लिए राजस्थान, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत, गुजरात, दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों से श्रद्धालु उज्जैन पहुंच रहे हैं.
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