- जल्द ही नए स्वरूप में नजर आएगा देवबड़ला
आष्टा। आष्टा ब्लॉक के ग्राम बिल पान के पास स्थित देवबड़ला में शनिवार को पुरातत्व विभाग की टीम ने एक बैठक आयोजित की जिसमें टेक्निकल विभाग सहित नागरिक भी शामिल हुए।बता दें कि देवबदला में पुरातत्व विभाग 2016 से लगातार खुदाई कर रहा है और यहां पर खुदाई में 8 मंदिर निकले मूर्तियां भी निकली है पुरातत्व विभाग एक मंदिर बना भी दिया है और दूसरे का काम जारी है। वही शनिवार को मां नेवज नदी के उद्गम स्थल व पुरातात्विक धरोहर देवांचल धाम देवबड़ला बिलपान में पुरातत्व विभाग द्वारा प्रशिक्षण प्रैक्टिकल ट्रेनिंग की मीटिंग का आयोजन किया गया ।
मूल स्वरूप में लौटेगा मंदिर वरिष्ठ पुरातन अधिकारी डॉ आर के यादव ने जानकारी देते हुए कहा छिन्न.भिन्न अवस्था में निकले हुए मंदिरों को पुन: उनके मूल स्वरूप में लौटाया जाएगा उसके लिए किस तरह से और किन.किन पद्धतियों से मंदिरों को जोड़ा जाना चाहिए कौन सा पत्थर कहां पर लगना है इसका चुनाव किस तरह करना है पत्थरों के ज्वाइंट में लोहे के क्लिप का सीमेंट का अन्य केमिकल्स का उपयोग कर पत्थरों को जोड़ा जाना चाहिए आगे बनने वाले मंदिर इतने मजबूत बनाए जा रहे हैं कि दौ हजार वर्ष तक अपने आप नहीं गिरेंगे यदि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा ना आए तो ऐसी अनेक जानकारी सभी को उपलब्ध कराई मंदिर समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह भगत व कुंवर विजेंद्र सिंह भाटी बताते हैं करीब छ: सालों से पुरातत्व विभाग यहां पर काम कर रहा है।