काठमांडु। नेपाल के प्रधानमंत्री खड़क प्रशाद शर्मा ओली को नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिद्वंदी गुट ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है। पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और माधव कुमार नेपाल के समर्थक धड़े की स्थाई समिति की बैठक में यह फैसला किया गया। इसके पहले पार्टी के इस गुट ने गत 20 जनवरी को ओली को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसमें कहा गया था कि उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में क्यों न निष्कासित क्यों नहीं किया जाना चाहिए? नोटिस में ओली को जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया था।
स्थाई समिति के एक सदस्य बेदू राम भोसाल के अनुसार ओली की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं भेजा गया जिसके बाद रविवार को आयोजित बैठक में स्थाई समिति ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का फैसला किया।
उल्लेखनीय है कि नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी दो भागों में बंट गई है। एक गुट का नेतृत्व ओली करते हैं जबकि दूसरे गुट की कमान माधव कुमार नेपाल और प्रचंड के हाथ में है। पार्टी में आंतरिक असंतोष के बीच ओली ने संसद को भंग कर देश में नए सिरे से चुनाव कराने का फैसला किया था। इसके बाद प्रतिद्वंदी गुट ने उन्हें पार्टी के सह-अध्यक्ष और संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया था। एजेंसी