भोपाल। प्रदेश में कोरोना (Corona) की तीसरी लहर की आशंका के बीच डेंगू से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। प्रदेश भर में ढाई हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। शहरों से लेकर गांव-देहात तक बुखार, सर्दी, खांसी का प्रकोप है। बीमारी पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से नाकाम रहा है। सरकार सिर्फ बैठकों तक सीमित है। जबकि जमीनी स्तर पर न तो पैरामेडिकल स्टाफ (Paramedical Staff) है और न ही पर्याप्त डॉक्टर एवं दवाएं हैं। बीमारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, लेकिन अभी तक स्वास्थ्य प्रभुराम चौधरी (Prabhuram Choudhary) गायब ही रहे हैं। अभी तक मुख्यमंत्री ही स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते आ रहे थे, लेकिन सोमवार को प्रभू राम चौधरी अचानक प्रकट हुए और समीक्षा बैठक बुलाई।
कोरोना की दूसरी लहर के समय अप्रैल एवं मई महीने में भी स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी (Health Minister Prabhu Ram Choudhary) जनता के बीच से नदारद थे। वे लोगों की दुख-तकलीफ दूर करने की वजाए दमोह उपचुनाव में समय पार्टी का प्रचार कर रहे थे। जब चुनाव से फुर्सत मिलने के बाद वे राजधानी लौटे तो उन्होंने कोरोना पीडि़तों (Corona Victims) की याद आई और राजधानी के दो कोविड अस्पतालों का निरीक्षण करने जा पहुंचे। इस दौरान उन्हें लोगों की नाराजगी का सामना भी करना पड़ा। साथ ही वे सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रेाल हुए थे। यही स्थिति मौजूदा समय में है। प्रदेश में पिछले एक पखवाड़े से डेंगू, बुखार, खांसी एवं सर्दी का प्र्रकोप बढ़ता जा रहा है। प्रदेश भर में बच्चे बड़ी संख्या में बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री जनता के बीच से नदारद हैं।
सर्वाधिक डेंगू प्रभावित जिलों में विशेष ध्यान दें: स्वास्थ्य मंत्री
जनता के बीच से नदारद स्वास्थ्य मंत्री ने सोमवार को विभाग की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अफसरों से कहा कि प्रदेश में डेंगू और चिकुनगुनिया से सर्वाधिक प्रभावित जिले मंदसौर, जबलपुर, रतलाम, आगर-मालवा, भोपाल, छिंदवाड़ा और इंदौर हैं। इन जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाए। डेंगू और चिकुनगुनिया की रोकथाम और बचाव के लिए 15 सितम्बर से डेंगू प्रहार अभियान पूरे प्रदेश में चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में सर्वाधिक डेंगू प्रभावित मरीजों की संख्या रिपोर्ट हो रही है। ऐसे जिलों में डेंगू की रोकथाम और नियंणत्र पर विशेष ध्यान दिया जाए। वरिष्ठ अधिकारी इन जिलों का खुद दौरा करें और व्यवस्थाओं पर नजर रखें। जिन क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिलते वहाँ पर रेपिड रिस्पांस टीम तुरंत विजिट करें और उन घरों के आसपास के डेंगू मच्छरों के लार्वा को पैदा करने वाले स्थानों पर कीटनाशक पाइरेथम का छिड़काव करना सुनिश्चित करें।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved