मुंबई। दक्षिण भारतीय सितारों की देश के दूसरे राज्यों में बढ़ती धमक दूर हॉलीवुड तक सुनाई दे रही है। भारतीय बाजार के हिसाब से अपनी फिल्मों की कहानियां चुन रहे हॉलीवुड स्टूडियोज हिंदी फिल्मों के सितारों को तो अपनी फिल्मों में जगह देते रहे हैं लेकिन अब उनका ध्यान दक्षिण भारतीय सिनेमा की तरफ पहली बार गया है। सब कुछ ठीक रहा तो फिल्म ‘बाहुबली’ सीरीज के सुपरस्टार प्रभास अपनी अगली अखिल भारतीय फिल्म ‘आदिपुरुष’ की रिलीज से पहले हॉलीवुड की एक मेगा बजट फिल्म में सुपरहीरो के तौर पर काम शुरू कर सकते हैं।
अपनी पिछली फिल्म ‘राधेश्याम’ की विफलता के बाद से प्रभास सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम ही दिखे हैं। लेकिन, वह इसका कोई अफसोस भी नहीं मना रहे। प्रभास के पास भारतीय सिनेमा की चंद सुपर मेगा बजट फिल्मों का काम अब भी है। अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण के साथ वह निर्देशक नाग अश्विन की फिल्म कर रहे हैं। फिल्म ‘केजीएफ’ के निर्देशक प्रशांत नील के साथ उनकी फिल्म ‘सालार’ के पोस्ट प्रोडक्शन का काम भी तेजी से पूरा हो रहा है। इसके अलावा उनके पास एक फिल्म निर्देशक संदीप वांगा रेड्डी की भी है।
लेकिन, जिस फिल्म का देश भर के दर्शकों के अलावा दुनिया भर में इंतजार हो रहा है वह फिल्म है, ‘आदिपुरुष’। और सूत्र बताते हैं कि इस फिल्म में पराक्रमी राम का जो रूप प्रभास ने धरा है, उसके चर्चे हॉलीवुड तक पहुंच चुके हैं। निर्देशक ओम राउत की इस फिल्म में प्रभास का रूप उनके ‘बाहुबली’ अवतार से भी विशाल माना जा रहा है। प्रभास ने इस फिल्म के लिए जबर्दस्त मेहनत की है और ये पहली हिंदी फिल्म होने जा रही है जो देश की मुख्य भाषाओं के साथ साथ दुनिया की उन तमाम देशों की भाषाओं में भी डब की जाएगी, जहां राम की कथाएं किसी न किसी रूप में परंपराओं के रूप में चली आ रही हैं।
फिल्म ‘आदिपुरुष’ की पोस्ट प्रोडक्शन टीम से मिले इनपुट के बाद एक दिग्गज हॉलीवुड स्टूडियो के हाल ही में प्रभास से संपर्क करने की जानकारी सामने आई है। इस बारे में स्टूडियो की तरफ से तो अब तक कुछ नहीं कहा गया है लेकिन सूत्र बताते हैं कि प्रभास को इस फिल्म में एक एशियन सुपरहीरो का किरदार करने का प्रस्ताव मिला है। मार्वल स्टूडियोज की पिछली फिल्म ‘इटर्नल्स’ में भी एक किरदार ऐसा दिखाया गया था जो हिंदी फिल्मों के हीरो के रूप में काम कर रहा है।
अभिनेता प्रभास को मिले इस प्रस्ताव के पीछे जिस स्टूडियो का नाम सामने आ रहा है, उसकी योजना आने वाले समय में भारत, चीन, सिंगापुर और कोरिया के सिनेमाई बाजार के हिसाब से कंटेंट तैयार करने की है। फिल्मों का सबसे ज्यादा कारोबार इस क्षेत्र में चीन के बाद कोरिया और फिर भारत में होता है। भारत में अभी तकरीबन नौ हजार स्क्रीन्स ही हैं जबकि चीन में इनकी संख्या 60 हजार के करीब बताई जाती है। प्रभास की फिल्मों और उनकी खुद की देश के बाहर बढ़ती स्वीकार्यता के चलते ही उन्हें हॉलीवुड के प्रस्ताव मिलने शुरू हो रहे हैं।
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