भोपाल । बिजली वितरण कंपनी के निजीकरण को लेकर प्रदेश के सभी पांच कर्मचारी संगठन अब आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। इसके लिए उन्होंने संयुक्त मोर्चा बनाने के बाद सरकार को चेतावनी दे दी है कि वह पांच अक्टूबर तक सांकेतिक रूप से हड़ताल करेंगे और इसके बाद भी उनकी मांग नहीं मानी गई तो वह काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर सकते हैं, प्रदेशभर में अंधेरा पसर सकता है।
उन्होंने साफ कहा है कि पांच अक्टूबर तक वह काली पट्टी बांधकर काम करेंगे, इसके बाद काम बंद हड़ताल जैसा कठोर निर्णय लेने पर विवश हो जाएंगे। उन्होंने साफ कहा है कि अब निजीकरण की तलवार लटके रहने तक चुप नहीं रहेंगे, बल्कि आर-पार की लड़ाई होगी।
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष मधुकर सांवले, महामंत्री केपी सिंह, पॉवर इंजीनियर्स एवं इम्प्लाइज एसोसिएशन, बिजली कर्मचारी महासंघ, संविदा, आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ, बिजली कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री किशोरीलाल रायकवार, कुलदीप सिंह गुर्जर, महासचिव अजय कुमार मिश्रा, क्षेत्रीय सचिव भोपाल अमरनाथ सदाफल, रमेश नागर ने कहा है कि अब सर्वसम्मति से यह निर्णय हो गया है कि प्रदेश में आंदोलन के लिए बिजली कर्मचारी महासंघ एवं संविदा, आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ का एक संयुक्त मंच का निर्माण कर आंदोलन को आगे बढ़ाया जाएगा, इसके लिए मप्र विद्युत अधिकारी, कर्मचारी संयुक्त मंच का गठन किया गया, जिसकी कमान केपी सिंह संभालेंगे।