भोपाल। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आखिरकार राजधानी भोपाल में सरकारी आवास में गृह प्रवेश कर ही लिया है। श्यामला हिल्स स्थित सरकारी आवास में प्रवेश से पहले सिंधिया ने परिवार के साथ पूजा-पाठ किया। पूजा गृह प्रवेश कराने के लिए बाकायदा ग्वालियर से राजपुरोहित बुलाए गए थे। भोपाल में सिंधिया का स्थाई ठिकाना होने के साथ ही सिसासी गलियारों में यह चर्चा हिलौरे मारने लगी है कि क्या अब ग्वालियर की तरह भोपाल में भी ‘महलÓ सत्ता का केंद्र बनेगा। क्योंकि ग्वालियर-चंबल की सियासत में महल का आज भी खासा दबदबा है। शिवराज सरकार ने डेढ़ सल पहले सिंधिया को श्यामला हिल्स में बी टाइप आवास आवंटित किया गया था। आवास की साज-सज्जा के बाद मुख्यद्वार को ग्वालियर के पैलेस की तरह शाही रंग-रूप दिया गया है। आवास के मुख्य प्रवेश द्वार पर दोनों ओर सिंधिया राजवंश के राजचि- नागदेवता की प्रतिकृति को उकेरा गया है। इसके पीछे मान्यता यह है कि नागदेवता की कृपा से घर हमेशा सुरक्षित रहेगा। सिंधिया के सरकारी आवास के मुख्य द्वार को शाही आकार देने के साथ ही चर्चा है कि भोपाल में अब ‘महलÓ सत्ता का दूसरा बड़ा ताकतवर केंद्र बनेगा।
मुरली के ट्वीट से कांग्रेस ने साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव ने भी सोमवार को एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘न राजशाही, न परिक्रमाशाही.. अब चलेगी सेवाशाही..। राव के इस ट्वीट के बाद भाजपा की बैठक का एक वीडियो भी चर्चा में रहा। इसमें राव कह रहे हैं कि ‘राजे-महाराजे जब गायब होते हैं तो कहां जाते हैं, वो संग्रहालय में जाते हैं। जितने भी पुराने संग्रहालय हैं, उनमें जाओ तो वहां पुरानी पगड़ी, डंडे, सिंहासन और बंदूक दिखाए जाते हैं। मुरलीधर राव के इस ट्वीट के जरिए कांग्रेस ने चुटकी लेते ली है। कांग्रेस नेता नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि भाजपा नेता महाराज को संग्रहालय में भिजवा रहे हैं। सलूजा ने सिंधिया के आवास के द्वार को शाही लुक देने पर कटाक्ष किया है।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved