इंदौर। जिला प्रशासन (district administration) और जिला उद्योग व्यापार केंद्र (District Industries Trade Center) ने देवगुराडिय़ा के पास मालीखेड़ी गांव (Malikhedi Village) में आलू क्लस्टर बनाने की कवायद तेज कर दी है। क्लस्टर में आलू रखने के लिए वेयर हाउस (Warehouse) सहित चिप्स के अलावा अन्य उत्पाद भी बनेंगे। इसके अलावा हाई क्वालिटी का आलू एक्सपोर्ट भी किया जाएगा।
मध्यप्रदेश इंडस्ट्री एसोसिएशन (Madhya Pradesh Industry Association) इंदौर की कलेक्टर, एडीएम और जिला उद्योग व्यापार केंद्र महाप्रबंधक से चर्चा कर क्लस्टर सम्बन्धित योजना को अमल में लाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। किसानों के उत्पादों की वैल्यू एडिशन और निर्यात बढ़ाने सम्बन्धित सरकार की एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत इंदौर जिले के लिए आलू का चयन किया गया है। इसी योजना के तहत पिछले हफ्ते से शहर के आसपास आलू क्लस्टर बनाने सम्बन्धित गतिविधियां तेज हो गई हैं।
आलू क्लस्टर बनाने के लिए नेमावर रोड पर देवगुराडिय़ा (Devguradiya on Nemavar Road) के पास मालीखेड़ी गांव का चयन किया गया है। यहां जिला उद्योग व्यापार केंद्र की जमीन के अलावा जिला प्रशासन की भी जमीन है। यह जमीन आलू क्लस्टर के लिए सही है या नहीं इसका मुआयना भी कर लिया गया है। आलू क्लस्टर की जरूरत व इसके निर्माण के मामले में एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मध्यप्रदेश (Association of Industry Madhya Pradesh) के उपाध्यक्ष योगेश मेहता (Yogesh Mehta) ने कलेक्टर मनीषसिंह के सामने प्रस्ताव रखा था। इस योजना को कलेक्टर सिंह ने हरी झंडी देते हुए मूर्तरूप देने के लिए एडीएम अभय बेड़ेकर को अधिकृत किया है। एडीएम बेड़ेकर ने रेसीडेंसी कोठी पर इस मामले में अहम बैठक ली, जिसमें जिला उद्योग व्यापार केंद्र के महाप्रबन्धक अजयसिंह चौहान, उद्योगपति आलू उत्पादक किसानों से बात कर बुनियादी आधार तैयार कर लिया गया है। जिला उद्योग व्यापार केंद्र के माध्यम से देवगुराडिय़ा के पास मालीखेड़ी गांव में आलू क्लस्टर बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। अभय बेड़ेकर, एडीएम, जिला प्रशासन, इंदौर
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