- सड़क दुर्घटनाओं के मामले सबसे ज्यादा, जहर और फाँसी की संख्या भी बढ़ी-आत्महत्या करने वालों में युवा अधिक
उज्जैन। शासकीय जिला अस्पताल में इस वर्ष 1000 लोगों का पोस्टमार्टम किया गया। इसमें सबसे ज्यादा पोस्टमार्टम जहर खाकर आत्महत्या करने तथा सड़क दुर्घटनाओं में मरे लोगों के हुए है। चिंता की बात यह है कि आत्महत्या करने वालों में युवाओं की संख्या ज्यादा हैं।
जिले अस्पताल से प्राप्त पोस्टमार्टम आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी 2023 से लेकर 19 दिसम्बर 2023 तक जिले में 500 से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई हैं। दूसरे नंबर पर करीब 300 लोगों ने जहरीला पदार्थ खाकर व फंदा लगाकर अपनी जान दी हैं, वहीं 50 से ज्यादा लोगों की मौत पानी में डूबने के कारण हुई हैं। जिला अस्पताल में जनवरी से दिसंबर हर रोज दो से तीन पोस्टमार्टम किए। अस्पताल के डॉक्टर बता रहे हैं कि सालभर में पीएम के लिए आने वाले शवों में सबसे ज्यादा सड़क हादसों के है। पीएम के लिए आने वाले शवों में सबसे बड़ी संख्या सड़क दुर्घटनाओं की है। तकरीबन 500 लोग वाहन दुर्घटना में अपनी जान गवा बैठे हैं, वहीं 300 से अधिक लोगों ने जहर खाकर जान दी है। इसमें फंदा लगाने वाले लोग भी शामिल है, वहीं पानी से डूबने, बीमारी के चलते मौत तथा हादसों में मृत लोगों को संदिग्ध मानते पीएम करवाए गए है। उल्लेखनीय यह है कि आत्महत्या के प्रकरणों में पीएम करवाने में युवाओं की संख्या ज्यादा है। जिला अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र शर्मा ने बताया कि शहर के युवा वर्ग में आत्महत्या की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है। छोटी मोटी बात जैसे नौकरी, पारिवारिक विवाद में युवा जहर खाकर या फंदा लगाकर जान दे रहे हैं। पिछले एक दो सालों में देखा गया हैं कि बाहर से उज्जैन आकर लोग जान दे रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। परेशान लोग आत्महत्या का रास्ता चुन रहे हैं।