नई दिल्ली (New Delhi) । हमारी पृथ्वी (Earth) सौरमंडल में है और बाकी ग्रहों (planets) की तरह ही यह भी सूरज (Sun) के चक्कर लगाती है. बचपन से पढ़ते आ रहे हैं कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है और सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती रहती है. धरती के घूमने से ही दिन रात होते हैं और मौसम बदलते हैं. लेकिन, क्या किसी ने कभी इसे घूमते हुए देखा है? जवाब है ‘नहीं’. लेकिन एक वैज्ञानिक (Scientist) ने इस बात को लेकर नई और हैरान करने वाली बातें कही हैं.
नासा भी कर चुका है इनकार
पृथ्वी घूमना वैज्ञानिक तौर पर सत्य है, बावजूद इसके हम धरती को घूमते हुए नहीं देख सकते हैं. सिर्फ धरती ही नहीं किसी भी ग्रह को घूमते हुए नहीं देख सकते है. धरती को घूमते हुए देखने को लेकर नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने भी साफ शब्दों में इससे इनकार किया था. क्योंकि इसके घूमने की गति बहुत धीमी है.
वैज्ञानिक ने किया दावा
लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, मैरीलैंड में नासा के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर (Goddard Space Flight Center in Maryland) के एक वैज्ञानिक स्टीफन मर्कोवित्ज़ (Stephen Merkowitz) का कहना है कि पृथ्वी को घूमते हुए देखना असंभव नहीं है. हालांकि, इसका एक खास तरीका और सुनिश्चित समय है.
ये है वो समय
वैज्ञानिक ने कहा कि धरती को घूमते हुए देखने का सबसे बढ़िया समय सूर्यास्त का समय है. अगर काफी देर तक सूर्यास्त को गौर से देखा जाए, तो आपको महसूस होगा कि पृथ्वी पर आपका स्थान धीरे-धीरे घूम रहा है.
एक तरीका यह भी है
वैज्ञानिक ने कहा कि अर्थ को घूमते हुए देखने का एक तरीका और है. रात में आप चंद्रमा और तारों का ध्यान से अवलोकन करेंगे, तो आसाम में दूर तक आपको चमकने वाली कुछ वस्तुएं दिखाई देंगीं. गौर से देखने पर ये चमकती हुई चीज आपको गतिशील लगेंगी. असल में इन चीजों में दिखाई देने वाली यह गतिशीलता ही पृथ्वी के घूमने का अहसास है.
पहले भी हुए हैं प्रयोग
इससे पहले भी साल 1851 में वैज्ञानिक जीन फौकॉल्ट ने पेरिस में एक मेले में इस संबंध में एक प्रयोग दिखाया था. ग्रहों को घूमते हुए दिखाने वाला यह पहला औपचारिक प्रयोग था. हालांकि, अनुसंधान दल इस प्रयोग के परीक्षण में नजीतों पर नही पहुंचा था. इसी तरह वैज्ञानिक स्टीफन मर्कोवित्ज़ के इस नये प्रयोग और अनुसंधान के परीक्षण की बारी है. अभी इस प्रयोग का कसौटी पर खरा उतारना बाकी है.
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