नई दिल्ली (New Delhi)। केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी (Union Coal, Mines and Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi) ने देश में 2029-30 तक 1.5 बिलियन टन कोयला का उत्पादन (1.5 billion tonnes of coal production) होने की संभावना जताई है। जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार (Central government) ने आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए देश में घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने के अनेक कदम उठाए हैं।
केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को राज्यसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में यह बात कही। जोशी ने उच्च सदन राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि देश में बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कोयले का उत्पादन बढ़ाने की योजना है। उन्होंने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सरकार का अनुमान है कि 2029-30 तक कोयले का उत्पादन 1.5 बिलियन टन हो जाएगा।
कोयला मंत्री ने बताया कि कोयला उत्पादन बढाने के लिए प्रारंभ की गई कुछ प्रमुख पहलों में सिंगल विंडो क्लीयरेंस, खान और खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 में संशोधन भी शामिल है, ताकि कैप्टिव खानों को अंतिम उपयोग संयंत्रों की आवश्यकता को पूरा करने के बाद अपने वार्षिक उत्पादन का 50 फीसदी तक बेचने की अनुमति मिल सके।
कोयला मंत्री ने सदन को बताया कि वाणिज्यिक खनन के लिए 100 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की भी अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि अंतिम उपयोगकर्ताओं तक कोयले के सुचारू परिवहन के लिए नई रेल परियोजनाओं के माध्यम से निकासी अवसंरचना में सुधार और फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं के माध्यम से मशीनीकृत कोयला लोडिंग के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
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