गेन्सबरो । वैश्विक महामारी कोरोना (global pandemic corona) इस समय लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है। यहां तक कि कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह लोगों ने मुसीबतों (troubles) का सामना करना पड़ा यह किसी भी अछूता नहीं है। यहां तक लोगों ने घर बैठे सोशल मीडिया (social media) पर ऐंसी कई खबरों को देखा जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती । ऐसा ही नजारा इंगलैंड के गेन्सबरो में देखने को मिला, हालांकि संक्रमण को रोकने के लिए दुनियाभर में वैक्सीनेशन किया जा रहा है, लेकिन उपचार के लिए कई देशों में अलग-अलग तहर के एक्सीपेरिमेंट किए हैं, लेकिन इसी बीच कोरोना के इलाज को लेकर एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे।
बता दें कि कोरोना (Corona) के कारण कोमा में गई एक महिला नर्स को वियाग्रा के इस्तेमाल से बचा लिया गया है। नर्स 37 वर्षीय मोनिका अल्मेडा 45 दिनों से कोमा में थी। डॉक्टरों ने वियाग्रा की मदद से उन्हें कोमा से बाहर निकाला।
खबरों के अनुसार इंगलैंड के गेन्सबरो लिंकनशायर की रहने वाली नर्स मोनिका कोरोना संक्रमिज होन के बाद कोमा में चली गई थी। वह पिछले 28 दिनों से कोमा में थी। मोनिका को होश में लाने के लिए डॉक्टरों ने इरेक्टाइल डिसफंक्शन की दवा का उपयोग किया। मोनिका ने बताया कि जब मैं होश में आई तो मुझे डॉक्टर ने बताया कि मुझे वियाग्रा की मदद से होश में लाया गया है। मोनिका ने कहा कि ये वियाग्रा की दवा ही थी, जिससे मेरी जिंदगी बच गई। 48 घंटों के अंदर मेरे लंग्स ने काम करना शुरू कर दिया। मुझे अस्थमा की भी बीमारी है, जिसके कारण मेरा ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा था। अब मोनिका पहले से ज्यादा बेहतर है और अपने घर में ही आगे का ट्रीटमेंट ले रही है।
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