भोपाल। मंत्रालय में कर्मचारी संघ के चुनाव से पहले मतदाता सूची में कुलियों, बाहरी कर्मचारी, मृतकों एवं सेवानिवृत्ति के नाम जोड़े जाने के लेकर विवाद के हालात बन गए। चुनाव मैदान में उतरे रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस पैनल ने मंत्रालय में जमकर नारेबाजी की। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हो रहा है। नेताजी सुभाष चंद्र पैनल चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही यह आश्ंाका व्यक्त कर रहा था कि चुनाव में मतदाता सूची में फर्जीवाड़ा किया जा सकता है। समय रहते चुनाव अधिकारी ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही एक पैनल विरोध में उतर आया। विरोध बढ़ता देख और विवाद के हालालों के चलते चुनाव अधिकारी ने फिलहाल 26 मार्च को होने वाला चुनाव स्थगित करा दिया है।
मंत्रालय कर्मचारी संघ की मतदाता सूची में मृत, सेवानिवृत्त व गैर-कर्मचारियों का नाम शामिल करने के आरोप लगा रहे थे। कर्मचारियों ने चुनाव अधिकारी के सामने लिखित आपत्ति दर्ज कराई थी। जब दूसरे गुट द्वारा उनकी आपत्ति को अस्वीकार किया जाने लगा तो जमकर नारेबाजी करने लगे। निर्वाचन अधिकारी ने आपत्तियों की गंभीरता को देखते हुए चुनाव स्थगित कर दिया है। हालांकि चुनाव स्थगित करने की वजह कोरोना संक्रमण को बताया है। सोमवार देर शाम मंत्रालय में हंगामे का सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसमें विरोधी गुट के कर्मचारी मंत्रालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। चुनाव स्थगित होने के बाद अब नए सिरे से चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इससे पहले मतदाता सूची की बारीकी से परीक्षण किया जाएगा। सुभाष चंद्र बोस पैनल का मानना है कि यदि मतदाता सूची में पारदर्शिता बरती गई तो फिर पैनल की जीत होना तय है। आरोप है कि पिछले चुनावों में भी मतदाता सूची में बाहरी कर्मचारी एवं रिटायर्ड और मृतकों के नाम शामिल किए जाते रहे है। इस बार ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
बाहरी कर्मचारियों के नाम कैसे जोड़े
नेताजी सुभाष चंद्र बोस पैनल के सुभाष वर्मा और पैनल के अन्य कर्मचारियों ने निर्वाचन अधिकारी सेवानिवृत्त अवर सचिव संतोष ठाकुर, सहायक निर्वाचन अधिकारी आनंद भट्ट व राजेश नेमा के सामने लिखित आपत्ति दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि जारी मतदाता सूची में मृत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के नाम भी शामिल कर लिए गए हैं, जो गंभीर बात है। इतना ही नहीं, गैर और बाहरी कर्मचारियों के नाम भी शामिल हैं, जो मतदान के लिए योग्य नहीं हैं।
यह है विरोध और विवाद की वजह
मंत्रालय कर्मचारी संघ के चुनाव में आरोप हैं कि मतदाता सूची कार्यालय समय के बाद प्रकाशित की। उसके बाद दो दिन तक लगातार अवकाश रहा। मतदाता सूची का मिलान काटी गई रसीद से नहीं हो रहा है। कुली और संसदीय कार्य विभाग के कर्मचारियों को मतदाता सूची में शामिल किया है। साथ ही कर्मचारियों ने चुनाव अधिकारियों के सामने मांग रखी हैं कि फोटो युक्त पदक्रम सूची के अनुसार मतदाता सूची तैयार करें। बाहरियों को मतदाता सूची से बाहर किया जाएं। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाए।
कर्मचारियों ने मतदाता सूची को लेकर लिखित आपत्ति दर्ज कराई। मतदाता सूची में मृत, कुलियों को सदस्य बनाने वाली आपत्तियां सही हैं। उनमें सुधार किया जाएगा। कोरोना संक्रमण समेत सभी आपत्तियों को ध्यान में रखते हुए चुनाव स्थगित कर दिया है।
संतोष ठाकुर, निर्वाचन अधिकारी
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