कालीघाट: पटना के कालीघाट (Kalighat of Patna) स्थित काली मंदिर में भजन गाने वाली (bhajan singer) पूर्णिमा देवी (Poornima Devi) इन दिनों चर्चा में हैं. इसकी वजह उनकी दर्द भरी दास्तां है, जिसको सुनकर किसी की भी रूह कांप उठेगी. पति उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में डॉक्टर थे. बेटी टीवी एक्ट्रेस (TV Actress) है और मुंबई (Mumbai) में रहती है. मगर, पूर्णिमा इन दिनों कालीघाट पर लाचार पड़ी हुई हैं.
पूर्णिमा देवी की उम्र करीब 90 साल है. वो ठीक से चल भी नहीं सकतीं. यही वजह है कि मंदिर की सीढ़ियों पर पड़ी रहती हैं. यहां आने वाले भक्त उनकी कुछ मदद कर देते हैं. इससे ही उनकी जिंदगी बसर हो रही है. कभी अपनी आवाज के जादू से लोगों का मन मोहने के साथ ही खूब पैसा कमाने वाली पूर्णिमा आज पाई-पाई के लिए मोहताज हैं. पूर्णिमा देवी कहती हैं, “मैं पिछले 13 साल से इसी मंदीर में भजन गाती हूं. मेरे पति उत्तर प्रदेश के एक शहर में डॉक्टर थे. साल 1984 में उनकी हत्या कर दी गई थी. उधर, बेटी मुंबई चली गई. वो 15 साल से मुझसे नहीं मिली है. बेटा दिमागी रूप से कमजोर है. मैं यहीं अपना जीवन काट रही हूं”.
मंदिर के पास दुकान लगाने वाले राज किशोर कहते हैं, एक समय था जब पूर्णिमा जी की गिनती बड़ी लोक गायिकाओं में होती थी. सरकार के कई कार्यक्रमों में गाना गाती थीं और हम लोग डांस करते थे. मगर, पिछले 13 साल से वो मंदिर परिसर में रह रही हैं. पिछले कई महीने से उनकी तबियत खराब है. उनको चलने में भी दिक्कत है. इसलिए सीढ़ियों पर ही पड़ी रहती हैं.
मंदीर के पुजारी पंडित हरीकृष्ण झा ने बताया कि पूर्णिमा मंदिर में भजन गाया करती थीं. अब तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से वो गाना नहीं गा पाती हैं. हम लोग को जो जानकारी है उसके अनुसार, इनके पति यूपी के किसी शहर में डॉक्टर हुआ करते थे. मगर, उनकी हत्या कर दी गई थी. उसके बाद इनकी दिमागी हालत खराब हो गई और परिवार को त्याग दिया. बेटे की दिमागी हालत ठीक नहीं है. बेटी एक्ट्रेस है और मुंबई में किसी डायरेक्टर से शादी कर ली है. वो कभी इनसे मिलने भी नहीं आती.
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