डेस्क: देश में घटिया हेलमेट बनाने और बेचने वाले बख्शे नहीं जाएंगे. केंद्र के उपभोक्ता मंत्रालय ने सभी 736 जिला कलेक्टर मजिस्ट्रेट को आदेश दिया है कि ऐसे लोगों को उन्हें जड़ से खत्म करें. हेलमेट की क्वालिटी नियंत्रित करें. आदेश के मुताबिक जिला कलेक्टर मजिस्ट्रेट खुद जांच करें. जहां बिना आईएसआई मार्क और घटिया क्वालिटी के हेलमेट बन रहे हैं, वो फैक्ट्रियां सील करें.
मंत्रालय के अपर सचिव भरत खेड़ा द्वारा भेजे आदेश में कहा गया है. कि घटिया हेलमेट बनाने और बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए कानून पहले से है, बावजूद इसके ऐसे हेलमेट बन और बिक रहे हैं. सभी अधिकारी इस टास्क को व्यक्तिगत रूप से लें. यह कार्रवाई सड़क सुरक्षा अभियान का हिस्सा होगी.
अगर घटिया हेलमेट का यूज करते हैं तो कभी एक्सीडेंट के समय ये आपका बचाव नहीं करते हैं. घटिया हेलमेट में न तो आपका सिर सुरक्षित होता है और न ही ये आपकी एक्सीडेंट के समय सुरक्षा कर सकते हैं. अगर आप घटिया हेलमेट का उपयोग कर रहे हैं तो आपको तुरंत इसे बदलकर नया बेहतर हेलमेट खरीद लेना चाहिए.
रोड पर एक्सीडेंट की कंडीशनर में जो हेलमेट आपको सुरक्षित रख सकते हैं वो आईएसआई मार्क और DOT मार्क के होने चाहिए. आईएसआई भारतीय हेलमेट का स्टैण्डर्डमार्क है. जबकि DOT स्टैण्डर्ड अमेरिकी है. ये दोनों ही स्टैण्डर्ड एक्सीडेंट होने की स्थिति में आपके सिर और जीवन को सुरक्षित रखती है.
आईएसआई मार्क और DOT मार्क के हेलमेट बहुत महंगे नहीं होते. इन हेलमेट को आप 1500 या 2000 रुपए की शुरुआती कीमत में खरीद सकते हैं. इन हेलमेट की प्राइस 10 से 15 हजार रुपए तक जाती है. अगर आप एक बेहतर हेलमेट खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टीलबर्ड जैसी कंपनी के हेलमेट खरीदने चाहिए.
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