पिछले 7 दिनों के भी आंकड़े किए एकत्रित – इस बार वायु के साथ ध्वनि प्रदूषण बढऩे का भी अंदेशा, क्योंकि खूब बिके हैं पटाखे
इंदौर। प्रदूषण विभाग की बातों पर भरोसा किया जाए तो कल रेंडम जो जांच ध्वनि प्रदूषण (noise pollution) को की गई उसमें कोई भी पटाखा 125 डेसिबल से अधिक आवाज का नहीं मिला। वैसे अब तेज आवाज वाले पटाखों की बजाय रंग-बिरंगी रोशनी फैलाने वाले ग्रीन पटाखों (green firecrackers) की मांग भी बढ़ गई है। बावजूद इसके दीपावली पर वायु के साथ-साथ धवनि प्रदूषण अवश्य बढ़ेगा, क्योंकि इस बार जमकर आतिशबाजी होगी। लोगों ने खूब पटाखे खरीदे हैं। हालांकि कीमतों में भी दो से ढाई गुना तक बढ़ोतरी हो गई है। आज 24 ही घंटे प्रदूषण विभाग पटाखों का शोर-शराबा जांचेगा। पिछले 7 दिनों से हालांकि प्रदूषण विभाग आने वाले बदलावों के आंकड़े एकत्रित कर रहा है। डीआईजी ऑफिस, विजय नगर, कोठारी मार्केट और पोलोग्राउंड पर आज सतत मॉनिटरिंग चलती रहेगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (pollution control board) वैसे तो हर बार ही आतिशबाजी पर प्रतिबंध लगाने के साथ कई तरह के दिशा-निर्देश जारी करता है। इंदौर में भी एनजीटी (NGT) के आदेशानुसार रात 8 से 10 बजे तक ही पटाखे फोडऩे की अनुमति दी गई है। हालांकि इसका पालन कोई नहीं करता। कल टीम इंडिया ने पाकिस्तान को हरा दिया। उसके बाद भी देर रात तक जमकर आतिशबाजी हुई और आज दीपावली पर तो शाम से लेकर देर रात और उसके बाद तक पटाखे फूटते रहेंगे। महंगाई के बावजूद पटाखों की बिक्री भी अच्छी हुई है। हालांकि अब तेज धमाकों वाले पटाखों की बजाय आकर्षक रोशनी वाले नए आयटमों की मांग बढ़ गई है। प्रदूषण बोर्ड आज 24 घंटे जांच करने के बाद बताएगा कि वायु और ध्वनि प्रदूषण कितना बढ़ा।
प्रशासन के बाद पुलिस ने भी कई क्षेत्रों में लगाई आतिशबाजी पर रोक
प्रमुख बाजारों में आतिशबाजी पर रोक हर साल दीपावली पर लगाई जाती है। प्रशासन के साथ-साथ पुलिस ने भी एमटी क्लॉथ मार्केट से लेकर आसपास के क्षेत्रों में धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक क्लॉथ मार्केट, सीतलामाता बाजार मुख्य सडक़ क्षेत्र में किसी भी तरह के पटाखे नहीं छोड़े जा सकेंगे। इसी तरह बड़ा सराफा-छोटा सराफा मुख्य सडक़ पर भी आतिशबाजी नहीं होगा। खजूरी बाजार, मालवा मिल, पाटनीपुरा व अन्य जगह भी रोक लगाई गई है।
5 करोड़ यूनिट बिजली की खपत बढ़ी
दीपावली पर बिजली की खपत बढ़ जाती है। अभी बीते चार दिनों में ही 5 करोड़ यूनिट अतिरिक्त बिजली की खपत हुई है। इस बार उद्योगों में भी खपत बढ़ी। वहीं पूरे शहर में रोशनी भी अधिक की गई। घर-घर में आकर्षक लाइटिंग हुई। वहीं शहर के सभी बाजार, शॉपिंग, मॉल, निजी प्रतिष्ठान, इमारतें रोशनी में नहाई हैं।
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